टोटल पॉलिटिक्स : लाठी चार्ज : सरकार और विपक्ष के अपने अपने सुर
PEN POINTM DEHRADOON : बेरोजगारों पर हुई लाठीचार्ज को लेकर उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस, यूकेडी और आम आदमी पार्टी सहित तमाम विपक्षी दल अब इस मुद्दे पर सरकार को कोसने का काम कर रहे हैं। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस की माने तो भाजपा ने एक बार फिर अंग्रेजी हुकूमत की याद दिला दी है और उनकी जो दमनकारी नीतियां थी उसी तरह उत्तराखंड के बेरोजगारों पर उनके द्वारा किया जा रहा है एक तरफ बेरोजगारों के हक पर डाका डाल कर लाठी और डंडों से उनकी आवाज दबा रहे हैं वहीं दूसरी ओर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपनी दमनकारी नीति का प्रमाण भी दे रहे हैं ऐसे में कॉन्ग्रेस उन तमाम बेरोजगारों के साथ खड़ी है और उनके हकों के लिए हर मोर्चे पर सरकार से लड़ने को तैयार है।
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने धर्मपुर में प्रदेश समन्वयक जोत सिंह बिष्ट के नेतृत्व में राज्य सरकार का पुतला दहन किया ।
इस अवसर पर जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि कल सरकार द्वारा जो बर्बरता दिखाई गई उससे राज्य आंदोलन में रामपुर तिराहा कांड की याद ताजा हो गई उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की तानाशाही इतनी बढ़ गई है कि वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है जिस प्रकार युवाओं के साथ बर्बरता की जा रही है उससे प्रदेश के युवा कभी धामी सरकार को माफ नहीं करेंगे ।
इसके अलावा राज्य आंदोलनकारियों ने भी इस मुद्दे पर राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। राज्य का हर तबका सरकार को युवा विरोधी साबित करने पर आमादा हैं। लेकिन वहीँ बीजेपी और धामी सरकार विपक्ष के हमलो पर ही सवाल उठा रही है। सरकार के तमाम मंत्री अपने स्तर से धामी सरकार के बचाव में युवाओं से अपील करने को मैदान में उतर आए हैं। जिनमें सुबोध उनियाल, रेखा आर्या, गणेश जोशी, धन सिंह रावत सहित सौरभ बहुगुणा शामिल हैं।