CONGRESS : AICC की सूची जारी होते ही कांग्रेस में फिर घमासान
एसआईसीसी में राज्य के 43 कांग्रेस नेताओं के नाम, विधायक प्रीतम सिंह ने राज्य प्रभारी के खिलाफ खोला मोर्चा
PEN POINT, DEHRADUN। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) में कल यानि सोमवार को सदस्यों की सूची जारी की गई। जहां देश के अन्य राज्यों में सूची जारी होते ही कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय कमेटी में जगह बनाने वाले सदस्यों को शुभकामनाएं देने का दौर शुरू हो गया वहीं उत्तराखंड में इसके उलट सूची जारी होते ही नेताओं में तीखी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया। राज्य के 43 कांग्रेस नेताओं को एआईसीसी में जगह दी गई है। लेकिन, सूची जारी होने के बाद कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह ने कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ खुलकर अपनी नाराजगी जताते हुए तीखे बोल बोले।
सोमवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेट की सदस्यों की सूची जारी की गई। उत्तराखंड से 28 निर्वाचित, 11 अनुमेलित और 4 पदेन सदस्यों को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में जगह मिली। उत्तराखंड से राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लिए चुने गये सदस्यों की सूची पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत गुट का पूरा असर दिखा। वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चकराता से विधायक प्रीतम सिंह के गुट के नेताओं को इस सूची से बाहर रखा गया हालांकि प्रीतम सिंह को वरिष्ठ विधायक होने के नाते सूची में शामिल किया गया। अपने समर्थक नेताओं को सदस्यता सूची से बाहर रखने पर प्रीतम सिंह का गुस्सा प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर फूट पड़ा। प्रीतम सिंह ने कहा कि सूची में ऐसे नामों को भी शामिल किया गया जिनका राज्य की राजनीति से न तो कोई संबंध है न राज्य से कोई सरोकार जबकि ऐसे कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं को षडयंत्र के तहत छोड़ दिया गया जो राज्य में कांग्रेस पार्टी की रीढ़ की हड्डी साबित होते रहे हैं। प्रीतम सिंह ने सीधे तौर पर देवेंद्र यादव को आड़े हाथों लेते हुए उन पर राज्य में कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने का आरोप मढ़ दिया।
इस सूची में राज्य के उत्तरकाशी और चंपावत जनपद से एक भी नेता को सदस्य सूची में शामिल नहीं किया गया। उत्तरकाशी से गंगोत्री विधानसभा से दो बार विधायक रहे और पूर्व में एआईसीसी के सदस्य रहे विजयपाल सिंह सजवाण का नाम भी इस सूची में शामिल नहीं किया गया। इन्हें प्रीतम सिंह गुट का नेता माना जाता है। विजयपाल सिंह सजवाण प्रदेश कांग्रेस में काफी बड़ा कद रखते हैं लेकिन हरीश रावत से उनकी दूरी जगजाहिर है ऐसे में उनका नाम भी सदस्यता सूची में शामिल न होने से प्रीतम सिंह काफी भड़के हुए हैं।
प्रीतम सिंह ने प्रभारी पर ही पार्टी बनने का आरोप लगा दिया। प्रीतम सिंह ने अपने बयान में कहा कि राज्य में कांग्रेस से इतर देवेंद्र यादव अपनी पार्टी चला रहे हैं जहां वह कांग्रेस के हितों को दरकिनार कर खुद के हितों को साध रहे हैं और उनकी इन गतिविधियों से कार्यकर्ताओं का हौसला टूटता जा रहा है।
पांच विधायकों सहित कई दिग्गजों के नाम बाहर
एआईसीसी सदस्यों की सूची में पांच विधायकों तिलक राज बेहड़, मदन बिष्ट, मयूख महर, खुशाल सिंह अधिकारी और गोपाल राणा का नाम भी शामिल नहीं है। इसके अलावा गोविंद सिंह कुंजवाल, दिनेश अग्रवाल, सुरेंद्र सिंह नेगी, प्रो. जीत राम, विजयपाल सजवाण, राजकुमार जैसे वरिष्ठ नेताओं के नाम भी शामिल नहीं हैं।
इन नेताओं को किया गया शामिल
निर्वाचित (इलेक्टेड) सदस्यों के नाम
करन माहरा, यशपाल आर्य, हरीश रावत, प्रीतम सिंह, गणेश गोदियाल, काजी निजामुद्दीन, प्रदीप टम्टा, प्रकाश जोशी, मनोज तिवारी, हरीश धामी, ममता राकेश, फुरकान अहमद, राजेंद्र भंडारी, विक्रम सिंह नेगी, रवि बहादुर, सुमीत ह्दयेश, आदेश चौहान, भुवन कापड़ी, विरेंद्र जाति, रंजीत सिंह रावत, हीरा सिंह बिष्ट, हरक सिंह रावत, मनीष खंडूड़ी, सूर्यकांत धस्माना, गुरदीप सिंह सप्पल, ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी, आर्येंद्र शर्मा, वैभव वालिया।
अनुमेलित (को-ऑपटेड) सदस्यों के नाम
एआईसीसी की अनुमेलित सदस्यों की सूची में शूरवीर सिंह सजवाण, अनुपमा रावत, मथुरा दत्त जोशी, विजय सारस्वत, मनोज रावत, ललित फर्स्वाण, अनुपमा शर्मा, राजपाल बिष्ट, गरिमा दसौनी, सरोजनी कैंतुरा और इशिता सेढ़ा।
पदेन सदस्यों के नाम की सूची
सूची में चार पदेन सदस्यों को शामिल किया गया है। इनमें से दो को निर्वाचित, जबकि दो को अनुमेलित सदस्य बनाया गया है। निर्वाचित सदस्यों में प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर और प्रदेश महिला कांग्रेस ज्योति रौतेला हैं। वहीं, सेवादल की प्रदेश अध्यक्ष हेमा पुरोहित और एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी को अनुमेलित सदस्य के तौर पर पदेन सदस्यों में शामिल किया गया है।