सनसनी: घर में मिले माँ और तीन बच्चों के शव
PEN POINT,बागेश्वर: बागेश्वर के कपकोट इलाके में हुई लोमहर्षक घटना से हैरानी भरा मातम पसरा है। यहां एक घर से मां समेत तीन बच्चों की कई दिन पुरानी लाशें निकाली गई हैं। जबकि घर के मुखिया का महीनों से कोई अता पता नहीं है। लाशों का निकालने का यह कार्रवाई भी तब हुई जब पुलिस को जोशीगांव के एक घर से बद्बू आने की खबर मिली।
अब तक जितनी जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक मकान के दोनों दरवाजे अंदर से बंद पाए गए। पुलिस को घर के दरवाजे तोड़कर अंदर दाखिल हुआ पड़ा। इस दौरान पुलिस ने पाया कि कमरे में एक महिला, एक लड़की और दो लड़कों के शव पड़े हुए हैं। शवों से बेतहाशा दुर्गंध आ रही थी।
पुलिस से मिली जाकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय से सटे हुए जोशीगांव में एक मकान से एक विवाहिता और उसके तीन बच्चों की सदी गली लाशें बरामद हुई है। इनमे एक शव 5-6 महीने के बच्चे का भी है। घटना बेहद सासनीख़ेज है। मौके पर हालात देखते हुए पुलिस पहले पहल इसे सामूहिक आत्महत्या के तौर पर देख रही है।
स्थायी पुलिस को गुरूवार की शाम जिला मुख्यालय से साढ़े चार किमी दूर जोशीगांव में एक मकान से बदबू आने और अंदर से दरवाजे बंद होने की खबर मिली थी। एसपी हिमांशु कुमार वर्मा, एसडीएम हर गिरी, सीओ अंकित कंडारी, कोतवाल कैलाश सिंह नेगी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे।
प्रथम दृष्टया पुलिस की अब तक की पड़ताल में पाया गया कि कपकोट के भनार गांव के मूल निवासी भूपाल राम का परिवार रहता था। घर के भीतर भूपाल राम की पत्नी नीमा देवी (40), पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (5-6 माह) के शव होने की पुष्टि हुई। पुलिस ने चारों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रख दिया है। सीओ अंकित कंडारी ने बताया कि शवों पर कहीं किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं। लाशें कई दिन पुरानी होने की आशंका लग रही है। वही परिवार का मुखिया भूपाल राम कई महीने से लापता बताया जा रहा है।
भूपाल का मकान गांव से दूर था
जोशीगांव निवासी गोविंद सिंह बिष्ट का मकान गांव के अन्य मकानों से हटकर था। दो साल पहले यह मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया था। गोविंद सिंह के परिवार ने यह मकान छोड़ दिया था। करीब दो साल से इस मकान में भूपाल राम परिवार सहित रहने लगा था। गांव के अन्य मकानों से करीब सौ मीटर की दूरी पर होने से इस मकान की ओर गांव के लोगों की आवाजाही कम थी। गुरूवार को कुछ ग्रामीण इस घर के करीब जा रहे थे, तो उनको दुर्गन्ध महसूस हुई। लिहाजा इसकी बात बड़ी तेजी से गाँव में होने लगी, जिसके बाद गाँव के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे। कमरों से बदबू आ रही थी। इसके बाद लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, तो सबके होश फाख्ता हो गए, घर से तीन बच्चों समेत चार शव बरामद हुए।
भूपाल लकड़ी के बर्तन, ढोल, दमाऊ बनाने का काम करता है
स्थानीय लोगों के अनुसार भूपाल राम लकड़ी के बर्तनों के साथ ही ढोल, दमाऊ बनाने का काम करता था। उसकी बड़ी लड़की की शादी हो गई थी। वह काफी समय से घर से लापता था।
भूपाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज है
पुलिस के अनुसार भूपाल राम के खिलाफ बागेश्वर कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। गिरफ्तारी के डर से वह घर से फरार रहता था। यह भी मालूम हुआ है कि पुलिस से बचकर कभी-कभार घर में उसका आना-जाना होता था। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। पुलिस के अनुसार भूपाल राम धोखेबाज किस्म का व्यक्ति है। उसने कई लोगों से ठगी की है। उसी की वजह से वह लोगों और पुलिस से छिपता फिरता था। वर्तमान में भी वह फरार है।
पूरे मामले पर , एसपी, बागेश्वर हिमांशु कुमार वर्मा ने बताया कि घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे। मामला खुदकुशी का प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम होने के बाद सभी लोगो की मौत के कारण का पता चल सकेगा।