सबसे पहले 2 बड़े होटल गिराए जा रहे, जोशीमठ में इनसे क्या खतरा
जोशीमठ में दरार वाले घरों से लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाए जाने के बीच अब बुलडोजर भी गरजने लगे हैं। सरकार के आदेश पर ‘लाल निशान’ वाले घरों को गिराया जा रहा है। शुरुआत दो बड़े होटल्स से हो रही है। माउंट व्यू और मलारी इन होटल को गिराया जा रहा है। दरार की वजह से लगातार पीछे खिसक रहे होटल आपस में टकरा चुके हैं। पहाड़ी के ढलान पर बने घरों के लिए ये बड़ा खतरा बन चुके हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी यदि इन्हें सुरक्षित तरीके से नहीं गिराया गया तो पीछे बस्ती पर लुढ़क जाएंगे।
होटल मालिक बोले- नहीं मिली कोई मदद
होटल माउंट व्यू को गिराए जाने से पहले मौके पर पहुंचे मालिक सुंदरलाल सेमवाल ने कहा कि उन्हें अब तक प्रशासन की ओर से कोई नोटिस नहीं दिया गया। ना ही उन्हें मुआवजे को लेकर कोई लिखित आश्वासन दिया गया है। उनका कहना है कि उनसे कोई भी बातचीत अब तक प्रशासन के अधिकारियों ने नहीं किया है। होटल के अंदर बहुत सारा सामान फंसा हुआ है उसे निकालने की भी जरूरत थी, लेकिन उसे लेकर भी कोई व्यवस्था प्रशासन की ओर से नहीं की गई है। बगल के होटल मलारी इन के ओनर भी गुस्से में है उनका कहना है कि प्रशासन की ओर से कोई लिखित में नोटिस और मुआवजे का पत्र नहीं दिया गया है।
678 मकानों में दरार, 81 परिवार शिफ्ट
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि जोशीमठ में भू-धंसाव की जद में आने वाले सभी परिवारों को शिफ्ट किया जाएगा। मुख्य सचिव एसएस संधु ने भू-धंसाव प्रभावित क्षेत्रों के लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने और दरारग्रस्त भवनों को ध्वस्त करने के आदेश दिए हैं। जोशीमठ में 678 मकानों में दरार आए हैं। इनमें से 81 परिवारों को सुरक्षित ठिकानों पर शिफ्ट किया जा चुका है।