युवाओं का भविष्य अधर में, सियासी पार्टियों में जुबानी जंग तेज
राज्य में लगातार भर्ती परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की परतें खुल रही हैं। जिससे बेराजगार युवा निराश हैं। परीक्षाओं के लिए पर्याप्त तैयार करने के बाद पेपरों के सौदागर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। जबकि इसके लेकर राजनीतिक पार्टियां एक दूसरे सियासी बयानबाजी में लगे हैं। बीती 8 जनवरी को को हुए लोक सेवा आयोग के पेपर में धांधली के बाद एक बार फिर जुबानी सियासत गरमाती जा रही है। राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में हुई धांधली के मद्देनजर विपक्ष सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाता हुआ नजर आ रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार सभी धांधली करने वालों को संरक्षण देने का काम कर रही है । यहां तक कि पीसीएस मेन्स का परीक्षा पत्र भी लीक हुआ है ऐसी आशंका विपक्ष द्वारा जताई जा रही है । कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में धांधली करनेवालों की व्यापक जांच होनी चाहिए और इनके राजनीतिक संरक्षकों को भी जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कोचिंग सेंटरों से सांठ गांठ कर पेपर लीक कराने का गोरखधंधा बीते दस सालों से चल रहा है। उन्होंने शंका जताई कि मार्च में होने वाली पीसीए मेन्स की परीक्षा के पेपर भी लीक हो सकते हैं।दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी अपने ऊपर लगे इन सभी आरोपों को बेबुनियाद बता रही है , भाजपा की प्रदेश प्रवक्ता मधु भट्ट का कहना है की भाजपा ने परीक्षा के बाद 2 दिन के भीतर ही आरोपियों को जेल में डालने का काम किया है जिस से भाजपा की जीरो टॉलरेंस की नीति साफ तौर पर नजर आती है , रही बात लोक सेवा आयोग पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग पर सीबीआई जांच की तो जरूरत पड़ने पर वह भी जरूर करवाई जायेगी।