अदाणी पर गुजरात सरकार मेहरबान, हजारों करोड़ रूपए का अतिरिक्त कर दिया भुगतान
– पांच सालों के दौरान अदाणी पावर ने कोयले की कीमतों को लेकर गुजरात सरकार को बोला झूठ, बिजली की कीमतें बढ़ाकर ले लिए 3900 करोड़ रूपए
PEN POINT, DEHRADUN : लगातार विपक्ष के निशाने पर रहने वाले अदाणी समूह के बारे में एक नया खुलासा हुआ है। गुजरात सरकार ने पांच सालों के दौरान अदाणी समूह पर मेहरबानी दिखाते हुए 3900 करोड़ रूपए का अतिरिक्त भुगतान कर दिया। मामले के खुलासे के बाद एक फिर विपक्ष ने भाजपा और अदाणी समूह के रिश्तों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
दौलत में बढ़ोत्तरी को लेकर दुनिया के शीर्ष अमीरों में शामिल होने वाले गौतम अदाणी के लिए यह साल मुश्किलें लेकर आया। साल की शुरूआत में ही हिंडनवर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली दर्ज की गई थी। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनवर्ग रिसर्च ने गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों पर अनियमितता बरतने के आरोप लगाए थे। जिसके बाद शेयरों में लगातार गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, इन आरोपों के बाद गौतम अडानी ने कई बार सामने आकर इन सारे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। लेकिन, उनके शेयरों में आ रही गिरावट रूकी नहीं। वहीं, अब नया खुलासा हुआ है। आरोप है कि गुजरात ऊर्जा विकास निगम ने गौतम अडानी ग्रुप की अडानी पावर को साल 2018 से 2023 के बीच 3900 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया।
बीते 5 सालों में गुजरात ऊर्जा विकास निगम ने अडानी पावर से बिजली खरीद के लिए जो समझौता किया था उसमें इंडोनेशिया से कोयला आयात करने की एक शर्त रखी गई थी कि अगर कोयले की कीमत बढ़ती है तो अडानी पावर बिजली के भाव बढ़ा सकती है। यानि अगर कोयले का दाम बढ़ा तो अदाणी पावर के पास अधिकार होगा कि वह बिजली के दाम बढ़ा सकता है। लेकिन, पिछले 5 सालों के दौरान कोयले के दामों में बदलाव की बिना ठोस जानकारी और तथ्य दिए बिना ही अडाणी पावर ने गुजरात ऊर्जा विकास निगम से बिजली के बढ़े हुए दाम हासिल कर लिए। इस दौरान निगम को अदाणी समूह को 3900 करोड़ रुपए अधिक का भुगतान करना पड़ा। हालांकि, मामला खुलने के बाद गुजरात ऊर्जा विकास निगम ने अडाणी पावर से इस अतिरिक्त भुगतान की वापसी के लिए नोटिस भेजा है। 15 मई 2023 को अदाणी पावर को भेजे रिकवरी पत्र में गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड ने कहा है कि अडाणी पावर पैसे लौटाने के इस मामले में सहयोग नहीं कर रही है और वह इंडोनेशिया से कोयले के आयात से संबंधित विस्तृत जानकारी देने में असफल रहा है।
वहीं, गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड ने यह भी आरोप लगाया है कि इंडोनेशिया में उस दौरान कोयले के प्रचलित भाव के बारे में भी अदाणी समूह ने गलत जानकारी देते हुए बताया कि उसने महंगी दर पर कोयला आयात किया है।
इन पांच सालों में झूठ बोलकर इंडोनेशिया में प्रचलित कोयले की दर को ज्यादा बताकर अदाणी पावर ने अक्टूबर 2018 से मार्च 2023 तक गुजरात ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड ने बिजली शुल्क के रूप में 13,802 करोड़ रुपए का भुगतान लिया जो बिजली की वास्तविक कीमत से 3900 करोड़ रूपए ज्यादा है।