प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन से लागू हुई विश्वकर्मा योजना, जानिये इसके फायदे
Pen Point, Dehradun : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 73वें जन्मदिन पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना लागू कर दी है। जिसका लाभ देश के जरूरत और परंपरागत हुनर वाले लोगों को मिलेगा। प्रधानमंत्री ने पिछले महीने स्वतंत्रता दिवस पर इस योजना को लागू करने की घोषणा की थी। जिसके बाद 16 अगस्त को केंद्रीय कैबिनेट में योजना को मंजूरी मिल गई। तेरह हजार करोड़ रूपए की यह योजना अगले पांच साल तक लागू रहेगी। जिसके तहत कारीगरों और शिल्पकार श्रमिकों को विश्वकर्मा प्रमाणपत्र और पहचान पत्र दिये जाएंगे। इन लोगों को सक्षम बनाने के लिये पहले चरण में एक लाख रूपए तक का ब्याज मुक्त ऋण मिलेगा। जबकि दूसरे चरण में पांच प्रतिशत ब्याज दर के साथ दो लाख रूपए बतौर ऋण मिलेंगे।
इन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ
बढ़ई
सोनार
कुम्हार
मूर्तिकार/पत्थर गढ़ने वाले
चर्मकार
राजमिस्त्री
बुनकर/चटाई/झाड़ू बनाने वाले, रस्सी कातने वाले/बेलदार
पारंपरिक खिलौना निर्माता
नाई
हार बनाने वाले
धोबी
दर्ज़ी
मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला
नाव बनाने वाले
कवच बनाने वाला
लोहार
ताला बनाने वाले
कुल्हाड़ियों और अन्य उपकरण वाले
इसके अलावा योजना के तहत कारीगरों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जिसमें बुनियादी और उन्नत दोनों तरह के प्रशिक्षण शामिल हैं। प्रशिक्षण लेने वालों को प्रतिदिन पांच सौ रूपए की के साथ ही उपकरण खरीदने के लिये पंद्रह हजार रूपए की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी। सरकार की ओर से दावा किया गया है कि योजना से पहले साल में पांच लाख और पांच सालों में कुल तीस लाख परिवारों को लाभ मिलेगा। 11 सितंबर तक इस पर 11322 लोगों ने आवेदन किया है. हालांकि इनके वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। योजना और इसके लिये आवेदन की विस्तार से जानकारी वेबसाइट पर देखी जा सकती है- https://pmvishwakarma.gov.in/