उत्तराखंड में सोशल मीडिया पर छाया मूल निवास प्रमाण पत्र
Pen Point, Dehradn : मूल निवास और भू कानून के मुद्दे पर उत्तराखंड में लोग आंदोलित होते दिख रहे हैं। 24 दिसंबर रविवार को इसके लिये देहरादून के परेड ग्राउंड में विशाल रैली आहूत की गई है। जिसके लिये करीब एक महीने से तैयारियां चल रही हैं। इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे युवाओं के समर्थन में प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी, उप्रेती सिस्टर्स, रजनीकांत सेमवाल समेत कई जाने माने लोग अपील जारी कर चुके हैं। इस पर बन रहे जनदबाव को देखते हुए दो दिन पहले सरकार को आनन फानन में मूल निवास पर फरमान जारी करना पड़ा। जिसके अनुसार राज्य में जिनके पास मूल निवास प्रमाण पत्र है, उन्हें स्थायी निवास प्रमाण पत्र बनाने की जरूरत नहीं है। लेकिन सरकार के इस फरमान का आंदोलित लोगों पर कोई असर नहीं हुआ। सरकार के इस फैसले को औचित्यहीन और मूल निवास आंदोलन की भावना के साथ मजाक बताया गया। इसके बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर वर्षो पहले बने अपने मूल निवास प्रमाण पत्र चस्पा करने शुरू कर दिये।
वरिष्ठ पत्रकार और लेखक महिपाल नेगी दीवार फिल्म के अमिताभ बच्चन की तर्ज पर मूल निवास प्रमाणपत्र जारी करते हुए लिखते हैं- मेरे पास मूल निवास प्रमाण पत्र है, तुम्हारे पास क्या है ? हैंई …….
मई 1985 का है, तब मैं विद्यार्थी था और नारायण दत्त तिवारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री। हैंई ..
वहीं वरिष्ठ पत्रकार गजेंद्र रावत गर्व के साथ अपना मूल निवास प्रमाण पत्र थामे नजर आ रहे हैं-
नीलकंठ भट्ट और हरीश थलियाल ने भी कुछ इस तरह अपने मूल निवास प्रमाण पत्र दिखा रहे हैं-