गजब : केदारनाथ में फर्राटा भरने को उतरी ‘थार’
– शुक्रवार को पर्यटन विभाग ने चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम में उतारी महिंद्रा कंपनी की थार, वीआईपी मेहमानों को देंगी सेवाएं, एक अन्य थार भी जल्द पहुंचाएगा विभाग
Pen Point, Dehradun : केदारनाथ धाम, सड़क से दूरी तो 22 किमी है लेकिन समुद्रतल से 11,700 फीट की ऊंचाई पर स्थित धाम में हेलीकॉप्टर से आने वाले विशिष्ट मेहमानों को महिंद्रा कंपनी की प्रख्यात ‘थार’ गाड़ी से हैलीपेड से मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। शुक्रवार को जब सेना के भारी भरकम चिनूक हेलीकॉप्टर से ‘थार’ वाहन उतारा जा रहा था तो वहां खड़े हजारों श्रद्धालुआें को भारी हैरत हुई। युवाओं और पहाड़ों में ड्राइव करने के शौकीनों की पसंदीदा गाड़ी ‘थार’ को केदारनाथ पहुंचाने जब सेना का चिनूक हेलीकॉप्टर उतरा तो हर किसी को हैरानी होनी भी लाजमी थी, खासकर ऐसी दुरूह परिस्थितियों में जहां बेहद संवेदनशील भौगोलिक परिस्थितियों के साथ ही लंबी सर्दियां भी मुश्किल खड़ी कर देती हैं वहां थार जैसी महंगी कार उतारना किसी को भी हैरान कर दे।
शुक्रवार को पर्यटन विभाग ने वीआईपी मेहमानों को केदारनाथ हैलीपेड से लेकर मंदिर परिसर तक पहुंचाने के लिए सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से थार वाहन केदारनाथ हेलीपैड पर उतारा गया। अधिशासी अभियंता लोनिवि के नाम से खरीदी गई इस वाहन की कीमत 15 लाख रूपए से भी ज्यादा है जबकि सेना के चिनूक हेलीकॉप्टर से इसे धाम तक पहुंचाने के लिए भी भारी रकम का भुगतान भारतीय सेना को किया जाना है। हालांकि, शुक्रवार को पहला वाहन ही यहां पहुंचाया गया जबकि एक अन्य थार वाहन को जल्दी ही केदारनाथ पहुंचाया जाएगा। बताया जा रहा है पर्यटन विभाग की ओर से मई महीने के पहले पखवाड़े में इन दोनों वाहनों को खरीदा। विभाग की माने तो इस वाहन के जरिए बुजुर्ग, बीमार विकलांग यात्रियों को भी हेलीपैड से केदारनाथ मंदिर तक पहुंचाया जाएगा। लेकिन, माना जा रहा है कि धाम में देश भर से बड़े नेताओं, प्रख्यात लोगों को हेलीपैड से लेकर मंदिर तक पहुंचाने के लिए ही राज्य सरकार ने इन महंगे वाहनों को खरीदने के फैसला लिया। हालांकि, हेलीपैड से मंदिर तक पहुंचाने के लिए वाहनों की खरीद के संबंध में कोई जानकारी सर्वाजनिक नहीं थी ऐसे में अचानक ही शुक्रवार को जब चिनूक हेलीकॉप्टर के भारी शोर के बीच जब हेलीकॉप्टर से काले रंग की ‘थार’ को केदारनाथ धाम में उतारा गया तो हर कोई हैरान था। हालांकि, धाम में हेलीकॉप्टरों की बेतहाशा आवाजाही के चलते इस संवेदनशील क्षेत्र पर पहले ही खतरा मंडरा रहा है, ऐसे बेहद संवेदनशील इलाके में पेट्रोल से चलने वाली महंगी थार कारां की आवाजाही भी क्षेत्र की संवेदनशीलता को नुकसान पहुंचाएगी।