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गढ़वाल और हरिद्वार में नए प्रत्याशी, इसलिये घटा जीत का अंतर: भट्ट

Pen Point, Dehradun : लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तराखंड में पांचों सीटों पर जीत हासिल करने के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने चुनाव को ऐतिहासिक बताया और जनादेश को परिवारवाद तुष्टिकरण की राजनति और भ्रष्टाचार के खिलाफ बताया। हालांकि इस बार उत्तराखंड की पांचों सीटों पर जीत का अंतर कम रहने के बावजूद उन्होंने इसे संतोषजनक बताया। आंकड़ेबाजी की नजीर पेश करते हुए भाजपा प्रदेश अघ्यक्ष ने दलील दी-2022 के विधानसभा चुनाव की तुलना में भाजपा 61 विधानसभा क्षेत्रों में आगे रही है जबकि 14 से अधिक जीती हैं।

महेंद्र भट्ट ने कहा कि टिहरी सांसद चौथी बार लगातार जीती हैं। अल्मोड़ा सांसद अजय टम्टा तीसरी बार लगातार जीते हैं। नैनीताल सांसद अजय भट्ट भी दूसरी बार लगातार जीते हैं। हरिद्वार और गढ़वाल संसदीय सीट पर पिछले चुनाव के मुकाबले जीत का अंतर कम रहने पर उन्होंने तर्क दिया कि- हरिद्वार और गढ़वाल में नए प्रत्याशी की वजह से जीत का अंतर कम रहा है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के मुताबिक पार्टी 10 विधानसभा सीटों में पीछे रही है, उन सीटों कीि समीक्षा होगी और इसके लिये कमेटी गठित की जाएगी। उन्होंने कहा कि हर सीट पर कार्यकर्ताओं ने पूरे मनोयोग से काम किया है ऐसे में जहां नब्बे प्रतिशत से अधिक वोट भाजपा को पड़े हैं वहां के बूथ अध्यक्ष सम्मानित किये जाएंगे। इसके अलावा जिस विधानसभा में सत्तर फीसदी से ज्यादा वोट भाजपा को मिला है, वहां के विधायक भी सम्मानित किये जाएंगे।
उन्होंने बताया कि नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में मात्र 1 विधानसभा में हम पीछे रहे । टिहरी लोकसभा सीट पर 11 विधानसभा में हमने जीत दर्ज की है । इसमें भी बीजेपी अपनी एक ही सीट को हारी है अन्य दो एक निर्दलीय एवं कांग्रेस की ही रही है । हरिद्वार में भी 2022 के प्रदर्शन को बेहतर करते हुए भाजपा ने 14 में से 8 विधानसभा सीट पर बढ़त बनाई है। कम मतदान के बावजूद, राज्य की 5 लोकसभा सीटों पर इस बार हमे मिली जीत का अंतर 2019 के मुकाबले लगभग बराबर है। इस बार विपक्ष से हमे कुल 11,68,697 मत अधिक मिले हैं, जबकि पिछली बार भी हमे लगभग उतने ही 12,69,770 मत अधिक हासिल हुए थे ।

भट्ट ने कहा कि कुछ सवाल इस जनादेश को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे हैं। हमारा स्पष्ट कहना है कि चुनाव पूर्व लोकसभा में एनडीए गठबंधन की 350 सीटें थी, जिसको देखते हुए ही लक्ष्य को बढ़कर 400 पर रखा गया। बेशक 400 पार नही हो पाया हो, लेकिन लगातार तीसरी बार एनडीए सरकार का आना ऐतिहासिक उपलब्धि है। बीजेपी की अकेले इंडी गढ़बंधन के कुल 234 के मुक़ाबले 240 सीटें मिली हैं 1962 के बाद पहली बार किसी राजनीतिक दल एवं उसके चुनाव पूर्व हुए गठबंधन को स्पष्ट जनादेश मिला है हमारी जीत को कमतर बताने वाले सभी विपक्षी दल मिलकर भी अकेले भाजपा से अधिक सीट लाने में भी असफल रहे हैं ।

इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी , प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान , प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी कमलेश रमन , गीता ठाकुर , सुनीता विद्यार्थी संजीव वर्मा उपस्थित रहे ।

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