दुष्कर्म और हत्या : आरोपी का समर्थन कौन सा समाज कर रहा है?
Pen Point, (Pankaj Kushwal) : हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में बीते दिनों एक 13 वर्षीय लड़की की सामूहिक दुष्कर्म के बाद बेरहमी से हत्या कर दी जाती है। पहले इस हत्या में पिछड़ा आयोग के एक सदस्य और भाजपा नेता का नाम आता है कि वह भी इस गैंगरेप और हत्या में शामिल था। खास बात ये है कि आदित्यराज सैनी नाम के इस भाजपा नेता और पिछड़ा आयोग के सदस्य का नाम जैसे ही घटना में आता है, भाजपा उसे निष्कासित कर देती है। उसके बाद अखबार आरोपी आदित्यराज सैनी को भाजपा नेता न लिखकर प्रधानपति लिखना शुरू कर देते हैं। अगले दिन की खबरों के अनुसार पुलिस बताती है कि-आदित्यराज सैनी गैंगरेप और हत्या में शामिल तो नहीं था, लेकिन उसे पता था कि लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई है और उसमें उसका नौकर भी शामिल था। आदित्यराज सैनी मृतक लड़की की मां को पुलिस के पास न जाने की हिदायत देता है और उसे भ्रम में रखता है।
माना जा रहा है कि भाजपा का नेता होने के कारण आदित्यराज सैनी आसानी से पुलिस के हाथ नहीं आएगा। नाबालिग के गैंगरेप और हत्या में शामिल तकरीबन सारे आरोपी गिरफ्तार है बस आदित्यराज सैनी फरार चल रहा है। अब आज हरिद्वार में सैनी समाज ने आदित्यराज सैनी के समर्थन में प्रदर्शन किया और उसका नाम इस पूरे मामले से हटाने की मांग की खबर आई है। यह खबर अखबारों में प्रकाशित हुई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि अपराधियों के पक्ष में कौन सा समाज खड़ा होता है?
भाजपा के इस नेता का कृत्य अक्षम्य है, जाहिर है कि जब उसे पता था कि नाबालिग लड़की की सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसके नौकर ने हत्या कर दी है। पीड़िता की मां तब तक अपनी लापता बेटी की तलाश में मदद के लिए आदित्यराज सैनी तक पहुंचती है लेकिन भाजपा का कद्दावर नेता उसे पुलिस के पास न जाने की सलाह देता है। उसे पता था कि लड़की मार दी गई है वह भी उसके नौकर द्वारा उससे पहले उस लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी किया गया फिर वह महिला को गुमराह करता है।
यहां पुलिस की कहानी में पूरा झोल नजर आता है। शुरूआत में तो उसका नाम भी दुष्कर्म में आया था लेकिन बाद में पुलिस की माने तो वह शामिल नहीं था। बहरहाल ज्यादा हैरानी सैनी समाज के प्रदर्शन को लेकर हो रही है, कौन सा समाज है जो अपराधी के पक्ष में आ जाता है। खैर, यह नया देश बना है। कुछ सालों पहले जम्मू के कठुआ में भी ऐसा मामला बड़ा चर्चित हुआ था। जहां एक बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर हत्या कर दी गई थी तो गिरफ्तार आरोपियों के समर्थन में भाजपा के कार्यकर्ताओं और हिंदुत्व संगठनों ने बड़ा प्रदर्शन किया था, एक बड़े कहे जाने वाले अखबार ने तो हत्या और दुष्कर्म का आरोप मृतक बच्ची के परिजनों पर ही थोप दिया था। ऐसे मामलों से कानून व्यवस्था के साथ ही न्याय के अधिकार पर भी चोट पहुंचती है। कुल मिलाकर पुलिस के साथ ही सैनी समाज के कुछ नुमाइंदे जिस तरह इस मामले में लीपापोती करने में जुटे हैं, वह सवालों के घेरे में है।