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खेल पंचाट के फैसले पर टिकी उम्मीद, क्या विनेश और भारत को मिलेगा न्याय?

Pen Point, Dehradun : भारतीय पहलवान विनेश फोगट को पेरिस ओलंपिक में महिला फ्रीस्टाइल 50 किग्रा फाइनल से अयोग्य ठहराए जाने से पूरे देश में रोष है। इस बीच विनेश ने बेहद भावुक मैसेज के साथ कुश्ती से संन्यास का ऐलान भी कर दिया। लेकिन उससे पहले उन्होंने खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में अपील दायर की है। अब लोगों की नजरें पंचाट के फैसले पर हैं। अपील में विनेश ने दो तरह की मांग की है, जिसमें पहली मांग स्वर्ण पदक मुकाबले के लिए फिर से खेलने की है और दूसरी संयुक्त रजत पदक देने की मांग है।

खेल पंचाट क्या है
पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के लिए खेल पंचाट न्यायालय के पेरिस में दो अस्थायी कार्यालय हैं। उनमें से एक सीएएस एड हॉक डिवीजन है। इसका काम खेलों के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी कानूनी विवाद को सुलझाना है। यह अस्थायी न्यायाधिकरण 1996 से ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन खेलों के हर संस्करण के साथ-साथ अन्य प्रमुख खेल आयोजनों में भी मौजूद रहा है।

एक आधिकारिक मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, ष्सीएएस एड हॉक डिवीजन प्रतियोगिता कार्यक्रम के अनुरूप समय सीमा के भीतर आयोजित उच्च गुणवत्ता वाले विवाद समाधान सेवाओं तक मुफ्त पहुंच की गारंटी देता है क्योंकि तत्काल मामलों में 24 घंटे के भीतर निर्णय दिए जा सकते हैं। इसका कार्यालय पेरिस के 17वें अर्दिसमेंट में पेरिस न्यायिक न्यायालय के भीतर स्थित है और 11 अगस्त तक काम करेगा। एड-हॉक पैनल आवेदन दाखिल करने के 24 घंटे के भीतर निर्णय देगा। असाधारण मामलों में, यदि परिस्थितियों की आवश्यकता हो तो एड-हॉक डिवीजन के अध्यक्ष द्वारा इस समय सीमा को बढ़ाया जा सकता है।

एड-हॉक डिवीजन में निम्नलिखित शामिल हैं-

अध्यक्ष- माइकल लेनार्ड, यूएसए

सह-अध्यक्ष- डॉ. एलिजाबेथ स्टेनर, ऑस्ट्रिया

सह-अध्यक्ष- सुश्री कैरोल मालिनवाड, फ्रांस

पेरिस में उपस्थित मध्यस्थ सदस्य- डॉ. एनाबेले बेनेट एसी एससी, ऑस्ट्रेलिया, कैरीन डुपेरॉन, फ्रांस, लैला एल शेंटेनवी, मिस्र, डॉ. हामिद घरवी, फ्रांस/ईरान, लार्स हिलिगर, डेनमार्क, प्रो. एलयू सोंग, चीन, रॉबर्टाे, मोरेनो, पैराग्वे, प्रो. फिलिप सैंड्स केसी, यूके/फ्रांस/मॉरीशस, क्रिस्टन थॉर्सनेस, यूएसए

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