उत्तराखंड और एनसीआर में टैक्सी ड्राईवरों की हत्या कर वाहन बेचने वाला 15 साल बाद हुआ गिरफ्तार
Pen Point, 26 may 2025 : दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 15 वर्षों से फरार चल रहे एक कुख्यात हत्यारे धीरेंद्र सिंह तोमर को उत्तर प्रदेश के बरेली से गिरफ्तार किया है। 45 वर्षीय तोमर वर्ष 2010 से पैरोल पर बाहर आने के बाद फरार था और फर्जी पहचान के साथ अपनी पत्नी के साथ रह रहा था।
पुलिस के अनुसार, तोमर 2001 में महज 19 वर्ष की उम्र में एक आपराधिक गैंग का सरगना था, जो उत्तराखंड और एनसीआर क्षेत्र में टैक्सियों को हायर कर उनके ड्राइवरों की हत्या कर देता था और वाहन नेपाल में बेच देता था।
पुलिस के मुताबिक तोमर को शनिवार को बरेली से पकड़ा गया। उसने 2001 में दिल्ली के अशोक नगर इलाके में एक हत्या की थी, जिसमें उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया था। 17 मार्च 2001 को मयूर विहार इलाके के एक डंपयार्ड में दो लोगों के बेहोश मिलने की सूचना पुलिस को मिली थी। अस्पताल ले जाने पर उनमें से एक की मौत हो गई। जांच में पता चला कि चार लोगों ने एक टैक्सी यात्रा के दौरान हमला किया था। इस मामले में तोमर और उसके साथी दिलीप नेगी को गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य दो आरोपी अजय और धीरेज भगोड़े घोषित किए गए।
क्राइम ब्रांच के अनुसार, तोमर और उसके गैंग के खिलाफ हत्या के कुल चार मामले दर्ज हैं, जिनमें से कुछ उत्तराखंड के अल्मोड़ा, हल्द्वानी और लोहेघाट थानों में दर्ज हुए थे।
1 अक्टूबर 2007 को दिल्ली की कड़कड़डूमा अदालत ने तोमर और दिलीप को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन 3 नवंबर 2010 को तोमर एक महीने की पैरोल पर जेल से बाहर आया और 2 दिसंबर को वापस नहीं लौटा। तभी से वह फरार था।
हाल ही में इंस्पेक्टर राकेश कुमार और एसीपी उमेश बर्थवाल के नेतृत्व में एक टीम को तोमर की तलाश में लगाया गया। टीम ने उसकी आखिरी ज्ञात लोकेशन शाहजहांपुर (यूपी) के सिकंदरपुर में तलाशी ली, लेकिन वह वहां नहीं मिला।
पुलिस को जल्द ही यह समझ में आ गया कि तोमर का पता इसलिए नहीं चल पा रहा था क्योंकि वह अब ‘तोमर’ नहीं रहा। वह ‘राजन सिंह’ नाम से रह रहा था और बरेली के एकता नगर में एक रिश्तेदार के यहां ड्राइवर का काम कर अपनी पहचान छुपाए हुए था।
डीसीपी इंदोरा ने बताया, “टीम को सूचना मिली कि भगोड़ा अपनी पत्नी के साथ एकता नगर की वीर सावरकर कॉलोनी में रह रहा है। जाल बिछाया गया और आरोपी को पकड़ लिया गया।” दिल्ली पुलिस अब उसे कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई कर रही है।