डॉक्टर या इंजीनियर नहीं बनना चाहते, तो इन क्षेत्रों में भी बना सकते हैं करियर
देहरादून | 29 मई 2025: 12वीं की परीक्षा पूरी करने के बाद अक्सर छात्रों और अभिभावकों के सामने सबसे बड़ा सवाल होता है—अब आगे क्या? परंपरागत रूप से मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे विकल्पों को ही सुरक्षित करियर का रास्ता माना जाता रहा है, लेकिन बदलते समय के साथ अब कई नए और रोमांचक विकल्प सामने आए हैं, जो न केवल छात्रों की रुचि के अनुकूल हैं बल्कि अच्छे रोजगार और कमाई के अवसर भी प्रदान करते हैं।
साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए उभरते क्षेत्र
साइंस स्ट्रीम के छात्र जो मेडिकल या इंजीनियरिंग की दौड़ में नहीं हैं, उनके लिए बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जेनेटिक्स और एनवायरनमेंटल साइंस जैसे विकल्प तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इसके अलावा फार्मेसी, नर्सिंग, पैरामेडिकल और फिजियोथेरेपी जैसे सेक्टर में भी बेहतर करियर संभावनाएं मौजूद हैं।
तकनीक के क्षेत्र में डाटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी और मशीन लर्निंग जैसी नई शाखाएं छात्रों को आकर्षित कर रही हैं, जिनकी मांग देश-विदेश की कंपनियों में तेज़ी से बढ़ रही है।
आर्ट्स और कॉमर्स के लिए भी कई विकल्प
माना जाता रहा है कि आर्ट्स और कॉमर्स के छात्रों के लिए विकल्प सीमित होते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। मैनेजमेंट (BBA, BMS), लॉ, होटल मैनेजमेंट, ट्रैवल एंड टूरिज्म, पब्लिक रिलेशन और इवेंट मैनेजमेंट जैसे क्षेत्र करियर के नए दरवाज़े खोल रहे हैं।
मास कम्युनिकेशन, डिजिटल मीडिया, कंटेंट क्रिएशन, फिल्म मेकिंग और डिजाइनिंग (फैशन, इंटीरियर, UI/UX) जैसे रचनात्मक क्षेत्रों में भी छात्रों की दिलचस्पी बढ़ी है।
स्किल-बेस्ड और उद्यमिता से जुड़े विकल्प भी चर्चा में
तकनीकी दक्षता और डिजिटल साक्षरता के बढ़ते प्रभाव के कारण एनिमेशन, गेम डिज़ाइन, VFX, और एथिकल हैकिंग जैसे कोर्स भी युवाओं को आकर्षित कर रहे हैं। वहीं, स्टार्टअप, यूट्यूब चैनल, इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर और ऑनलाइन बिज़नेस जैसे स्वरोजगार आधारित क्षेत्रों में भी कई युवा सफल हो रहे हैं।
विशेषज्ञों की सलाह
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि अब समय आ गया है कि छात्र अपनी रुचियों, क्षमता और बाजार की मांग के अनुसार करियर का चुनाव करें। एक विशेषज्ञ ने कहा, “हर छात्र की क्षमता अलग होती है। जरूरी नहीं कि हर कोई डॉक्टर या इंजीनियर बने। आज के दौर में स्किल्स और प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस ज्यादा मायने रखता है।”
अब जरूरी है कि छात्र और अभिभावक करियर की पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकलकर नए विकल्पों पर विचार करें। सही जानकारी और मार्गदर्शन से छात्र अपने लिए ऐसा क्षेत्र चुन सकते हैं जिसमें न केवल उनका मन लगे बल्कि भविष्य भी उज्ज्वल हो।