पहाड़ की उड़नपरी अंकिता ध्यानी ने झटका एक और नेशनल गोल्ड
Pen Point, Dehradun : पंचकूला में चल रही 63वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चौंपियनशिप में उत्तराखंड के हिस्से में एक गोल्ड मेडल आ गया है। शनिवार को राज्य की ऐथलीट अंकिता ध्यानी ने पांच हजार मीटर दौड़ में गोल्ड जीता। अंकिता ने 16 मिनट 10.31 सेकेंड में अपनी रेस पूरी करके जीत दर्ज की। मूल रूप से पौड़ी जिले की लैंसडौन तहसील के मेरूड़ा गांव निवासी महिमानंद ध्यानी और लक्ष्मी देवी की ये बेटी आज देश उभरती हुई ऐथलीट बन चुकी है। उनके मुताबिक अंकिता आठवीं में पढ़ने के दौरान राष्ट्रीय प्रतियोगिता तक पहुंच गई थी। उसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज पहाड़ की इस उड़नपरी के नाम विभिन्न प्रतियोगिताओं में एक दर्जन से अधिक गोल्ड, करीब आधा दर्जन सिल्वर और तीन कांस्य पदक हैं।
एक नजर अंकिता की उपलब्धियों पर-
-2023 मई में, उन्होंने 1500 मीटर स्पर्धा के लिए थाईलैंड में एशियाई एथलेटिक्स चौंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया।
-2021 जनवरी में, उन्होंने पंजाब के संगरूर में फेडरेशन कप जूनियर अंडर-20 एथलेटिक्स चौंपियनशिप में -1500 मीटर और 5000 मीटर दोनों में स्वर्ण पदक जीता।
-2021 उन्होंने गुवाहाटी में जूनियर नेशनल चौंपियनशिप में 1500 मीटर और 5000 मीटर दोनों में स्वर्ण पदक जीता। 5000 मीटर में उन्होंने 16.21.19 का समय निकालकर जूनियर नेशनल रिकॉर्ड बनाया, जबकि सुनीता रानी ने 23 साल पहले 16.21.59 का समय लिया था।
-2021 अगस्त में, उन्होंने केन्या के नैरोबी में विश्व अंडर-20 चौंपियनशिप में 1500 मीटर और 5000 मीटर में भाग लिया।
2018 उन्होंने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में युवा राष्ट्रीय स्तर पर 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीता।
2019 उन्होंने रांची में जूनियर नेशनल में 1500 मीटर में स्वर्ण पदक जीता।
2019 उन्होंने पुणे में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 1500 मीटर और 5000 मीटर में स्वर्ण पदक जीता।
2020 उन्होंने गुवाहाटी में खेलो इंडिया यूथ गेम्स में 1500 मीटर और 5000 मीटर में स्वर्ण पदक जीता।