भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उत्तराखंड में
Pen Point. 18 May 2025 : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा रविवार को देहरादून पहुचे। जेपी नड्डा पिथौरागढ़ के गुंजी गांव जाएंगे, जहां वह गुंजी (पिथौरागढ़) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करेंगे। साथ ही उननके द्वारा ज्योलिंगकोंग से आदि कैलाश के दर्शन और महिला फेडरेशन की ओर से गुंजी में संचालित होम स्टे का भ्रमण भी किया जाएगा। इसके बाद वे सीमांत क्षेत्र ज्योलिंगकोंग से आदि कैलाश के दर्शन करेंगे। रात को उनका प्रवास गूंजी में ही रहेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जॉली ग्रांट एयरपोर्ट पर नड्डा का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपडेट शेयर करते हुए लिखा, धर्म, आध्यात्म और प्राकृतिक सौंदर्य से ओतप्रोत वीरता और साहस के प्रतीक उत्तराखंड आगमन पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री माननीय श्री जेपी नड्डा जी का जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर स्वागत और अभिनंदन किया। इस बीच, 17 मई को सीएम धामी ने राज्य में कृषि सहायता को आधुनिक बनाने के उद्देश्य से प्रौद्योगिकी आधारित पहल श्ई-रुपीश् प्रणाली का शुभारंभ किया। शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की कृषि व्यवस्था को नई दिशा देने के लिए चार महत्वाकांक्षी कृषि नीतियों (कीवी नीति, ड्रैगन फ्रूट, सेब कटाई उपरांत तुड़ाई योजना और बाजरा मिशन) की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही राज्य में पुष्प और शहद नीति तैयार करेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-रुपी प्रणाली राज्य के खाद्यान्न उत्पादकों के लिए एक नई पहल है। ई-रुपी प्रणाली किसानों के लिए पारदर्शी, तेज और बिचौलिया मुक्त डिजिटल भुगतान का नया माध्यम बनेगी। इस प्रणाली के तहत पायलट परियोजनाओं में किसानों को मिलने वाली सब्सिडी की राशि ई-वाउचर (एसएमएस या क्यूआर कोड) के माध्यम से सीधे उनके मोबाइल पर भेजी जाएगी, जिसका उपयोग वे अधिकृत केंद्रों या विक्रेताओं से खाद, बीज, दवा आदि खरीदने में कर सकेंगे। ई-रुपी प्रणाली के सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांव-गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को जागरूक करें, ताकि वे इस तकनीक का समुचित लाभ उठा सकें।
इन सभी पहलों का उद्देश्य राज्य के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में कृषि और रोजगार को मजबूत करना है, ताकि पलायन जैसी समस्याओं पर भी प्रभावी नियंत्रण किया जा सके। ये योजनाएं उत्तराखंड को आत्मनिर्भर, सशक्त और अग्रणी कृषि राज्य बनाने में मील का पत्थर साबित होंगी। सीएम धामी ने चार कृषि योजनाओं के शुभारंभ पर कहा, ष्ये सभी योजनाएं राज्य की कृषि विविधता को बढ़ावा देंगी और किसानों की आय बढ़ाने का आधार बनेंगी।