शारीरिक शोषण की कहानियां हुई सार्वजनिक तो बृजभूषण को रद करना पड़ा अयोध्या सम्मेलन
– महिलाओं पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने 5 अगस्त को प्रस्तावित अयोध्या सम्मेलन किया स्थगित
PEN POINT, DEHRADUN : महिला कुश्ती पहलवानों के शारीरिक उत्पीड़न के आरोप में चर्चाओं में कुश्ती संघ के अध्यक्ष व बाहुबली भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने समर्थन में कई संतों को लेकर 5 जून को अयोध्या में एक सम्मेलन का आयोजन करने वाले थे जिसमें बच्चों को यौन हिंसा से सुरक्षा देने वाले कानून ‘पोक्सो’ के खिलाफ भी प्रदर्शन होना था। लेकिन, शुक्रवार को बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को प्रस्तावित यह प्रदर्शन स्थगित कर दिया। अब तक वह ‘चलो अयोध्या’ नाम के इस प्रदर्शन की खूब जोर शोर से तैयारी कर रहे थे।
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर शारीरिक शोषण का आरोप लगाते हुए ओलंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीतने वाले पहलवाल बीते कई महीनों से कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। बीते महीने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली पुलिस की ओर से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। बृजभूषण शरण सिंह पर भारतीय दंड संहिता के तहत 354, 354 ए, 354 डी, धारा 34 और पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया। लेकिन मामला दर्ज होने के दो महीने बाद भी बृजभूषण शरण सिंह की न गिरफ्तारी हुई न ही कोई कार्रवाई हुई। बीते रविवार को भी प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने अपने मेडल मंगलवार में बहाने तक की कोशिश की। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह इन आरोपों को निराधार बताते हुए पहलवानों की नियत पर सवाल उठाते रहे हैं। वह पहलवानों के आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताते रहे हैं। तो इस दौरान उन्होंने पहलवानों के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक वर्ग को अपने तरफ लामबंद करने की भी कोशिशें की। इसी दिशा में उन्हांेने उत्तर प्रदेश में अपने प्रभाव वाले हिस्से गौंडा, अयोध्या समेत अन्य क्षेत्रों से साधु संतों को एक साथ लाकर अपने समर्थन में रैली का आयोजन करने का फैसला लिया। इस रैली से पहले ही एलान किया गया कि 5 जून को अध्योध्या में प्रस्तावित इस रैली में पोक्सो एक्ट का विरोध किया जाएगा। इसके लिए तैयारियां भी जोरों शोरों पर थी। लेकिन, शुक्रवार सुबह देश के प्रमुख अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने पहले पन्ने पर शारीरिक शोषण की शिकार महिला पहलवानों की कहानियां प्रकाशित की जिसके बाद से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आक्रोश बढ़ने लगा। अखबार पर खबर के प्रकाशित होने के बाद माहौल को भांपते हुए बृजभूषण सिंह ने अयोध्या में प्रस्तावित कार्यक्रम को स्थगित करने का एलान अपनी फेसबुक पोस्ट के जरिए किया।
दो एफआईआर, दोनों शारीरिक शोषण के आरोप
इंडियन एक्सप्रेस ने उन महिला पहलवानों के बयानों को अखबार में प्रकाशित किया है जिन्होंने कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज दो एफआईआर का ब्योरा सामने आया है। इंडियान एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर में एफआईआर में दर्ज विवरण के अनुसार दोनों एफआईआर में यौन शोषण के आरोप हैं। दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में 28 अप्रैल को ये दोनों एफआईआर दर्ज हुई थीं। जिसमें पहलवानों ने गलत तरीके से छूना, बहाने से सीने पर हाथ फेरने के अलावा और भी कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, पहली एफआईआर में छह बालिग रेसलर्स ने आरोप लगाया है कि सांसद बृजभूषण ने उन्हें गलत तरीके से छुआ। बहाने से सीने पर हाथ रखने की कोशिश की। यहां तक कि सांस को चेक करने के बहाने से उनकी टी-शर्ट भी उतारी। एक जख्मी महिला खिलाड़ी का खर्च कुश्ती संघ द्वारा उठाने को लेकर संबंध बनाने की डिमांड भी की। आरोप है कि जब खिलाड़ी ने इससे इनकार कर दिया तो उनके साथ ट्रायल में भेदभाव किया गया। इस खबर के प्रकाशित होने के विपक्षी दल जहां सरकार पर हमलावर हो गए हैं वहीं पुलिस पर बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार न करने पर भी सवाल उठने लगे हैं।