अल्मोड़ा में हुए हादसे के बाद सीएम की सख्ती
Pen, Point Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को अल्मोड़ा जिले में हुई बस दुर्घटना को लेकर सामने आई खामियों पर सख्त तेवर अपनाए हैं। उन्होंने दुर्घटना क्षेत्र पौड़ी-रामनगर मार्ग पर क्रैश बैरियर न बनाए जाने पर नाराजगी जताते हुए सवाल किया कि दो वर्ष पूर्व साढ़े सात करोड़ रुपये की धनराशि दिए जाने के बावजूद क्रैश बैरियर क्यों नहीं बनाए गए।
उन्होंने इसके कारणों की जांच और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्घटना के दृष्टिगत राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं। बड़े समारोह, लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रमों में भी सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किए जाएंगे। राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम सादगी से मनाया जाएगा।
मंगलवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक में अल्मोड़ा की सल्ट तहसील के कूपी गांव के निकट हुई बस दुर्घटना में मृतकों के स्वजन के प्रति संवेदना व्यक्त की गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पताल में भर्ती घायलों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है।
सीएम ने निर्देश दिए कि दुर्घटना के मृतकों के शोक में स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर प्रस्तावित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के स्थान पर आठ नवंबर को प्रदेश में सेवा दिवस मनाया जाएगा।इस दिन प्रदेश भर में सफाई अभियान चलाया जाएगा और नारी निकेतन, वृद्धाश्रम व महिला आश्रमों में फल वितरण आदि सेवा कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव गृह शैलेश बगौली और अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमान भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री धामी ने परिवहन निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मार्गों पर परिवहन निगम की बसों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। त्योहार के समय अतिरिक्त बसें संचालित की जाएं। यदि बसें पर्याप्त नहीं हैं, तो नई बसें खरीदी जाएं। उन्होंने 10 दिनों के भीतर बसों की उपलब्धता का आंकलन करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वाहन दुर्घटना में संबंधित चौकी प्रभारियों की भी जिम्मेदारी तय की जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
बस दुर्घटना में माता-पिता को खोने वाली बेटी शिवानी की देखभाल और शिक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इससे वह जीवन में आगे बढ़कर स्वयं और अपने माता-पिता के सपनों को साकार कर सकेगी।