… तो इस दिन होगा मंत्री मंडल विस्तार
– मुख्यमंत्री आज मिल रहे हैं राज्यपाल, दिल्ली शीर्ष नेतृत्व से मिलने के बाद आज अचानक राज्यपाल से मिलने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी
PEN POINT, DEHRADUN : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जल्द ही मंत्रीमंडल विस्तार करने जा रहे हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की हालिया गतिविधियों से अंदाजा लगाया जा रहा है कि जल्द ही खाली केबिनेट बर्थ जल्दी भरने वाली है। तो वहीं अंदेशा जताया जा रहा है कि कुछ मौजूदा मंत्रियों के विकेट भी गिरने जा रहे हैं। इन संभावनाओं को शनिवार को तब ज्यादा बल मिला जब दिल्ली से शीर्ष नेतृत्व से मिलकर आने के बाद शनिवार दोपहर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्यपाल गुरमीत सिंह से मिलने पहुंचे।
इस हफ्ते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी दिल्ली पहुंचे थे। वहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ ही भाजपा संगठन महासचिव बीएल संतोष से भी मुलाकात की थी। मंगलवार को जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात की तो अंदेशा जताया जाने लगा था कि राज्य में कैबिनेट के रिक्त तीन पदों पर नए मंत्री बनाए जाने के साथ ही कुछ मंत्रियों को हटाने पर भी चर्चा हुई। दिल्ली प्रवास के दौरान जहां मुख्यमंत्री का प्रमुख एजेंडा राज्य में यूसीसी के ड्राफ्ट पर चर्चा के साथ ही कैबिनेट विस्तार था।
वहीं, दिल्ली से लौटने के बाद अब शनिवार को 11 बजकर 45 मिनट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्यपाल गुरमीत सिंह से मिलने पहुंचे। ऐसे में अब इन संभावनाओं को बल मिल रहा है कि राज्य सरकार कैबिनेट विस्तार के लिए तैयार है। गौरतलब है कि 2022 में बहुमत के साथ दोबारा सरकार बनाने के बाद भाजपा ने कैबिनेट में तीन मंत्रियों के पद रिक्त रखे थे तो इस साल कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन के बाद मंत्री का एक पद और रिक्त हो गया, जिसके बाद राज्य में कैबिनेट के रिक्त पदों की संख्या चार हो गई। लंबे समय से ही इन रिक्त मंत्री पदों पर भाजपा के विधायक नजर गढ़ाए बैठे हैं, लेकिन राज्य सरकार साल भर से ही मंत्री मंडल विस्तार को टाल रही थी। ऐसे में उन विधायकों का इंतजार लंबा हो रहा था जिन्हें उम्मीद है कि मंत्री मंडल विस्तार पर उन्हें केबिनेट में जगह मिल सकती है। हाल में कई बार ऐसी चर्चाएं उठी कि राज्य सरकार जल्द ही मंत्री मंडल विस्तार कर सकती है लेकिन यह चर्चाएं हवाई साबित हुई। लेकिन, हाल ही में दिल्ली प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री समेत संगठन और सरकार से जुड़े शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात के बाद लौटे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राज्यपाल से मुलाकात की। ऐसे में राज्यपाल से हुई मुलाकात को लेकर तमाम चर्चाएं है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री मंत्री मंडल विस्तार को लेकर राज्यपाल से चर्चा करने पहुंचे थे तो साथ ही यूसीसी को लेकर भी चर्चा हुई। वहीं, राज्य का मानसून सत्र भी जल्द शुरू होने वाला है। ऐसे में संभावनाएं जताई जा रही है कि मानसून सत्र से पहले ही केबिनेट का विस्तार हो सकता है।
हालांकि, 2017 में भी भाजपा ने मंत्री मंडल में केबिनेट के तीन बर्थ खाली रखे थे, और त्रिवेंद्र सिंह रावत चार साल तक मुख्यमंत्री रहे लेकिन इन तीन रिक्त पदों पर नए मंत्रियों को शपथ नहीं दिलवाई गई। इस कारण भाजपा विधायकों की भी त्रिवेंद्र सिंह रावत से नाराजगी रही जिस कारण उन्हें अपनी कुर्सी से हाथ भी गंवाना पड़ा। त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद ही मंत्री मंडल के रिक्त पदों पर विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सका। ऐसे में पुष्कर सिंह धामी भी त्रिवेंद्र सिंह रावत की तर्ज पर इस तरह का कोई जोखिम मोल शायद ही लें तो संभावनाएं है कि केबिनेट के खाली बर्थ के साथ पुष्कर सिंह धामी लंबी यात्रा न करें।
दर्जन भर विधायक दौड़ में
हालांकि, रिक्त चार मंत्री पदों पर दर्जनों वरिष्ठ विधायकों की नजर है। बीती सरकार में मंत्री रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विशन सिंह चुफाल इस बार मंत्री बनने से चूक गए थे ऐसे में वह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं तो वहीं हरिद्वार से विधायक मदन कौशिक भी इस बार खाली छोड़ दिए गए हैं, पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री के साथ ही उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष का पद भी संभाला था लेकिन पुष्कर सिंह धामी केबिनेट में उन्हें शामिल नहीं किया गया। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार मदन कौशिक भी मंत्री पद की दावेदारों में अग्रिम पंक्ति में शामिल है। इसके साथ ही राजपुर रोड से विधायक व पूर्व मंत्री रहे खजान दास, विकासनगर से विधायक मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली समेत करीब दर्जन भर विधायक मंत्री पद की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं।