इंटरनेशनल ठगी का ठिकाना बन रहा दून
Pen Point, Dehradun : देहरादून स्थित एक कॉल सेंटर से अमेरिका में एक व्यक्ति को फोन जाता है और कॉल करने वाला खुद को माइक्रासाफ्ट कंपनी का कर्मचारी बताता है और अमेरिका में बैठे उस व्यक्ति के कंप्यूटर में वायरस और बग हटाने के एवज में उससे सौ से दो सौ डॉलर तक वसूल लेते हैं। बाद में पता चलता है कि माइक्रासाफ्ट के नाम पर उस व्यक्ति के साथ ठगी हुई है। देहरादून में बैठे यह ठग रोजाना लाखों रूपए की इसी तरह ठगी कर रहे हैं। हाल के सालों में देहरादून इंटरनेशनल हाईटेक ठगी का माकूल ठिकाना बना हुआ है। पिछले तीन सालों में ही दून पुलिस ने करीब आधा दर्जन ऐसे फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटरों पर छापा मारकर संचालकों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है जो हर दिन इस तरह की ठगी को अंजाम दे रहे थे।
देहरादून अतीत से ही शिक्षा के महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। हाल के दशकों में देहरादून में कई बड़े शिक्षण संस्थान स्थापित हुए तो देशभर के अलग अलग राज्यों से हजारों छात्र यहां पढ़ने को पहुंचते हैं। देश विदेश से पहुंचने वाले छात्र इन कॉल सेंटर संचालित करने वाले गिरोहों के लिए कर्मचारी के तौर पर नियुक्त करने के लिए सबसे आसान शिकार होते हैं। अच्छी अंग्रेजी और संवाद की कौशलता के चलते कॉलेज के छात्र छात्राएं ठगी करने के लिए सबसे उपयुक्त माने जाते हैं। ऐसे में विदेशी नागरिकों से ठगी करने वाले अपराधियों के लिए देहरादून में विदेशी कॉल सेंटर संचालित करना ज्यादा मुफीद रहता है। पुलिस भी मानती है कि देहरादून में शिक्षण संस्थानों की वजह से बड़ी संख्या में देश विदेश से ऐसे छात्र पहुंचते हैं जिनकी अंग्रेजी और संवाद कौशलता काफी अच्छी है और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए व मोटी तनख्वाह के लालच में युवा इन फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटरों में नौकरी करना शुरू करते हैं।
देहरादून पुलिस ने इसी महीने की शुरूआत में राजपुर क्षेत्र में संचालित हो रहे एक इंटरनेशनल कॉल सेंटर में छापा मार कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इस कॉल सेंटर में 22 लोग काम कर रहे थे जो अमेरिकी नागरिकों के कंप्यूटर, लेपटॉप और अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों में वायरस बग हटाने के लिए उनसे ठगी कर रहे थे।
हाल के सालों में देश भर में ऐसे फर्जी कॉल सेंटरों का बड़े पैमाने पर भंडाफोड़ हुआ है जहां से अमेरिका समेत अन्य देशों के नागरिकों से ठगी की जा रही थी।
देहरादून में फर्जी कॉल सेंटरों पर हुई कार्रवाई का आंकड़ा –
- 12 मई 2022 में पटेलनगर में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापा मारा
- 22 जुलाई 2022 फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़, मौके से 50 करोड़ रूपए बरामद, 300 कर्मचारी कर रहे हैं अमेरिकी नागरिकों से ठगी
- 29 जून 2021 पटेलनगर में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापा, दो लोग गिरफ्तार
- 28 जुलाई 2022 तीन फर्जी कॉल सेंटरों पर छापे।
- 15 जून 2021 वसंत विहार में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 5 लोग गिरफ्तार, विदेशी नागरिकों से करोड़ों रूपए ठगे गए।
- 25 अगस्त 2022 वसंत विहार में फर्जी कॉल सेंटर पर छापा।
- 4 फरवरी 2023 रेसकोर्स में फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापा
- 2 जुलाई 2024 राजपुर रोड पर फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेंटर पर छापा, दो आरोपी गिरफ्तार