आठ ट्रैकर्स व दो शवों को एयरलिफ्ट किया गया, रेस्क्यू जारी
Pen Point. Dehradun : सहस्त्रताल ट्रैक पर फंसे ट्रेकर्स का रेस्क्यू अभियान तेज हो गया है। अभी तक 8 ट्रैकर्स के साथ ही दो शव देहरादून लाए गए हैं। SDRF के कमाडेंट मणिकांत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया की बाकियो क़ो भी रेस्क्यू किया जा रहा हैं।
टिहरी और उत्तरकाशी जिले के बीच स्थित सहस्त्रताल ट्रैक पर गए ट्रैकरों को सुरक्षित बाहर निकलने में एसडीआरएफ को सफलता मिली है। पिछले दिनों 22 सदस्यों वाले एक ट्रैकिंग दल के खराब मौसम में रास्ता भटक जाने के कारण इसके चार सदस्यों की मौत हो गई थी और अन्य सदस्य इस उच्च हिमालयी ट्रैक रुट में फंस गए थे। ट्रैक पर गए 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल जिसमें कनार्टक के 18 सदस्य और महाराष्ट्र का एक सदस्य और तीन स्थानीय गाईड शामिल थे। 29 मई को सहस्त्रताल के ट्रैकिंग अभियान पर रवाना करवाया गया था। इस ट्रैकिंग दल को आगामी 7 जून तक वापस लौटना था। इसी दौरान अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के दौरान मौसम खराब होने से यह दल रास्ता भटक गया। सम्बन्धित ट्रैकिंग ऐजेंसी ने खोजबीन करने पर इस दल के चार सदस्यों की मृत्यु होने की सूचना देते हुए ट्रैक में 13 सदस्यों के फंसे होने की जानकारी दी।ैक्त्थ् उत्तराखंड पुलिस की तीन सदस्यीय दो टीमें देहरादून से रवाना की गई। इसके साथ ही एक टीम को बैकअप में रखा गय़ा। 8 लोगों को रेस्क्यू कर हेलीपैड पर वापस लाया गया है। अपर सचिव यूकाडा सी. रविशंकर ने बताया कि रेस्क्यू किए गए सदस्यों को मेडिकल ट्रीटमेंट दिया जा रही है। रेस्क्यू किये गये ट्रैकर्स में सौम्या पत्नी विवेक उम्र 37, विनय पुत्र कृष्णमूर्ति उम्र 47, शिव ज्योति, सुधाकर पुत्र बीएस नायडू उम्र 64 वर्ष, सुमृति पत्नी गुरु राज उम्र 40 वर्ष, सीना उम्र 48 वर्ष शामिल हैं। सभी बेंगलुरु कर्नाटक के निवासी बताए गए हैं। इन सभी 6 लोगों की स्थिति ठीक बताई जा रही है।