बारिश के कारण कुमाऊं में पांच लोंगों की मौत, 324 सड़कें मलबा आने से बंद
उत्तराखंड में भारी बारिश से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। कुमाऊं की 185 समेत प्रदेश की 324 सड़कें मलबा और बोल्डर आने से बंद हैं। शुक्रवार को मलबे में दबने और नदी-नालों में बहने से तीन महिलाओं सहित पांच की मौत हो गई जबकि एक किशोर समेत दो लापता हैं। सड़कें बंद होने से सैकड़ों गांवों का संपर्क जिला मुख्यालयों से कट हो गया है। पहाड़ी इलाकों में सड़कों पर जगह.जगह मलबा और बोल्डर आने से बाधित मार्ग को खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
अल्मोड़ा को छोडकऱ सभी जिलों में आज भी बारिश के चलते स्कूल बंद रहेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के कुछ हिस्सों में गर्जन के साथ भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट को देखते हुए ऊधमसिंह नगर, चंपावत, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और नैनीताल जिले के स्कूल आज भी बंद रहेंगे।
बड़ी मुश्किलों से जिन सड़कों को पिछले दिनों खोला गया था, उन पर फिर रफ्तार थम गई है। कुमाऊं की 185 समेत प्रदेश की 324 सड़कें सड़कें मलबा और बोल्डर आने से बंद हैं। वही जाते जाते इस बारिश का कहर कायम है जिसके चलते शुक्रवार को मलबे में दबने और नदी-नालों में बहने से तीन महिलाओं सहित पांच की मौत हो गई जबकि एक किशोर समेत दो लापता हैं।
हल्द्वानी में मंडी के पास नहर में ऑटो पलटने से चालक गौरा पड़ाव के हरिपुर शिवदत्त निवासी रवि आर्या (27) की मौत हो गई, जबकि दो को बमुश्किल बचाया जा सका। लोहाघाट के ढोरजा गांव में पेड़ और मलबा गोशाला पर गिरने से माधवी देवी (58) की मौत हो गई। वहीं के मटियानी गांव के नकेला तोक में मलबे में दबकर शांति देवी (55) की मौत हो गई, जबकि छात्र जगदीश सिंह बोहरा (15) की तलाश जारी है। पिथौरागढ़ के गणकोट गांव के सैनपाटा तोक में मकान में मलबा घुसने से देवकी देवी (70) की जान चली गई। अल्मोड़ा में भैसियाछाना के थिकलना गांव में गधेरा पार करते 73 वर्षीय बुजुर्ग दान सिंह की बहने से मौत हो गई। सितारगंज के ग्राम कौंधाअशरफ का किसान गुरनाम सिंह (38) कैलाश नदी में बह गया। ढूंढखोज के बाद भी उसका पता नहीं चला।
मुनस्यारी में पेट्रोलिंग पर गया आईटीबीपी का जवान और पोर्टर लापता हैं। शनिवार को हेलीकॉप्टर से तलाश की जाएगी। अल्मोड़ा के धौलादेवी और लमगड़ा के बीच बहने वाली कुटार और पनार नदियों के बीच टापू पर दो युवक फंस गए। देर रात 11 बजे उन्हें निकाला जा सका। चंपावत में टनकपुर- पिथौरागढ़ एनएच पर स्वाला के पास रोडवेज डिपो की स्थान दो बसों समेत 35 से अधिक वाहन फंसे हैं। प्रशासन देहरादून ने यात्रियों को स्वांला में ठहराया है। इधर, कई मार्गों पर पेड़ों के गिरने की भी सूचनाएं हैं।