हेकाथॉन 2025: शिक्षक संदीप कुमार का फिंगर प्रिंट EVM का मॉडल रहा अव्वल
एससीईआरटी स्टेट कॉउंसिल फॉर ऐजुकेशन, रिसर्च एंड ट्रेनिंग, के इनोवेट उत्तराखंड अभियान के तहत हेकाथोन 2025 के ग्रैंड फिनाले में शिक्षकों और छात्रों ने अपनी नवाचारी विधियों का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। शिक्षक वर्ग में, संदीप कुमार ने फिंगरप्रिंट वोटिंग मशीन का प्रस्तुतीकरण कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। संदीप कुमार अल्मोड़ा जिले के राजकीय इंटर कॉलेज मेरगांव में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता हैं। वहीं स्टूडेंट कैटेगरी में श्रेया रौतेला को किचन सेफ्टी पर आधारित प्रस्तुतीकरण के लिए प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया।
इस कार्यक्रम के पहले चरण में ऑनलाइन आवेदन और नवाचारी विचार आमंत्रित किए गए थे। जिसमें दो हजार से ज्यादा प्रविष्टियां शामिल हुई। इन प्रविष्टियों को परखने के बाद शिक्षक और छात्र वर्ग में श्रेष्ठ दस प्रोजेक्ट चुने गए। जिनका बीती 11 फरवरी को ननूरखेड़ा देहरादून में प्रस्तुतिकरण किया गया। इसके निर्णायकों में सभी राज्य से बाहर के शिक्षाविद और वैज्ञानिक शामिल थे। निर्णायक मंडल की ओर से दिये गए नंबरों के आधार पर हेकॉथॉन 2025 के परिणाम घोषित किये गए। इस कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में नवीन विचारों और तकनीकों को प्रोत्साहित करना था। प्रतिभागियों ने विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया, जो राज्य की शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने में सहायक हो सकते हैं।
हेकाथोन के दौरान प्रस्तुत की गई परियोजनाओं में शिक्षा और जीवन के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया, जैसे कि जंगलों की आग से बचाव, पहाड़ी मोडों दुर्घटना की रोकथाम, मौसम संबंधी सूचना जैसे विषयों पर भी प्रस्तुतिकरण दिए गए। इन नवाचारी समाधानों के माध्यम से, उत्तराखंड की शिक्षा प्रणाली को और अधिक प्रभावी और समावेशी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
कार्यक्रम के अंत में, विजेताओं को सम्मानित किया गया और उनकी परियोजनाओं को राज्य के विभिन्न शैक्षिक संस्थानों में लागू करने पर विचार किया जा रहा है। इस प्रकार के आयोजनों से शिक्षकों और छात्रों को अपने विचारों को प्रस्तुत करने और उन्हें वास्तविकता में बदलने का अवसर मिलता है, जो शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।