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ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्तंराखंड में हाई अलर्ट, मॉक ड्रिल से जांची तैयारियां

Pen Point, Dehradun : भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस ने राज्य भर में अपनी सभी इकाइयों को सार्वजनिक सुरक्षा और सतर्कता सुनिश्चित करने के लिए हाई अलर्ट पर रखा है। धार्मिक स्थलों और अंतरराज्यीय सीमाओं सहित संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, जबकि राज्य भर में व्यापक सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है।

सुरक्षा बल मुस्‍तैद

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दीपम सेठ ने बताया कि चल रही चारधाम यात्रा के लिए राज्य पुलिस, पीएसी और एसडीआरएफ के साथ एटीएस गुलदार और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की टीमों को निर्धारित स्थानों पर तैनात किया गया है। भारत-नेपाल सीमा पर कड़ी सतर्कता बनाए रखने और एसएसबी के साथ संयुक्त गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

देहरादून में विभिन्‍न जगहों पर हुई मॉक ड्रिल

उधर, गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों पर बुधवार को देहरादून में नागरिक सुरक्षा के लिए आयोजित सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल की यूएसडीएमए स्थित राज्य एवं जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र से निगरानी की गई। सचिव गृह शैलेश बगौली, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ और सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद सुमन ने एसईओसी से ड्रिल की बारीकी से निगरानी की। ड्रिल के दौरान सचिव शैलेश बगौली ने जिला आपातकालीन केंद्र में मौजूद डीएम सविन बंसल से घटनाओं की स्थिति, राहत कार्य प्रक्रिया, आश्रय क्षमता, स्टेजिंग एरिया व्यवस्था और इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (आईआरएस) की सक्रियता के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आईआरएस एक मजबूत प्रणाली है और राज्य से लेकर तहसील स्तर तक हर अधिकारी की भूमिका स्पष्ट रूप से परिभाषित होनी चाहिए।  मॉक ड्रिल के आधार पर चाक चौबंद होंगे इंतजामडीजीपी दीपम सेठ ने फील्ड अधिकारियों से रिजर्व संसाधनों और उपकरणों की उपलब्धता के बारे में जानकारी जुटाई और यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित बनाए रखने के निर्देश दिए। सचिव आपदा प्रबंधन विनोद सुमन ने निर्देश दिए कि मॉक ड्रिल से मिले अवलोकनों को चिन्हित किया जाए और डीब्रीफिंग के साथ विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए। रिले के दौरान, SEOC ने सुनिश्चित किया कि आवश्यक संसाधन और सहायता घटना स्थलों पर शीघ्रता से पहुंचें।

 

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