समाज सेवा का अनूठा अभियान चला रहे निर्दलीय प्रत्याशी विनोद डोभाल और उनकी बेटी
Pen Point, Dehradun : चुनावी माहौल में जहां प्रत्याशी अपने प्रचार में व्यस्त हैं, वहीं नगरपालिका बड़कोट में अध्यक्ष पद के निर्दलीय उम्मीदवार विनोद डोभाल और उनकी बेटी अनुष्का डोभाल ने समाज सेवा का एक नया अध्याय शुरू किया है। पिता-पुत्री की यह जोड़ी बालिकाओं में मासिक धर्म जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी बैगलोर में मनोविज्ञान और अंग्रेजी की पढ़ाई कर रही अनुष्का डोभाल ने इस अभियान का नेतृत्व किया। उन्होंने राजकीय बालिका हाई स्कूल पुजेली, राजकीय इंटर कॉलेज गडोली, और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज बड़कोट में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए।
इन कार्यक्रमों में मासिक धर्म से जुड़े मिथकों और वर्जनाओं को तोड़ने पर जोर दिया गया। अनुष्का ने मासिक धर्म को एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया के रूप में समझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा,
“मासिक धर्म पर खुलकर बात करना और इससे जुड़े मिथकों को तोड़ना बेहद जरूरी है। इससे लड़कियों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने स्वास्थ्य का बेहतर ख्याल रख पाती हैं।”
इस अवसर पर बालिकाओं को सैनिटरी पैड वितरित किए गए और स्वच्छता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं को अंधविश्वास और गलत धारणाओं से जोड़ने के बजाय इन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझना चाहिए।
स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने इस पहल की सराहना की। राजकीय बालिका हाई स्कूल पुजेली की प्रधानाचार्य कंचन रावत ने कहा,
“यह पहल न केवल बालिकाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाएगी, बल्कि उनके आत्मसम्मान और भविष्य को भी बेहतर बनाएगी।”
विनोद डोभाल ने इस अभियान को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक छोटा कदम बताया। उन्होंने कहा,
“इस तरह की पहल से बालिकाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी और समाज में जागरूकता बढ़ेगी।”
यह प्रयास केवल मासिक धर्म से जुड़े कलंक को मिटाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह महिलाओं और बालिकाओं के आत्मसम्मान को बढ़ाने का प्रेरणादायक उदाहरण भी है। समाज के हर वर्ग से ऐसी पहलों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए ताकि बालिकाओं को उनके अधिकारों और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जा सके।