तो क्या उत्तराखंड में है अमृतपाल ???
– पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को बताया उत्तराखंड में हो सकता है अमृतपाल का ठिकाना
PEN POINT, DEHRADUN : वारिस पंजाब दे का मुखिया फरार अमृतपाल का ठिकाना उत्तराखंड में कहीं हो सकता है। यह जानकारी पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को दी है। लिहाजा, एहतियातन उत्तराखंड पुलिस ने संभावित इलाकों में गश्त देने के साथ ही सीमा पर चेकिंग तेज कर दी है। गौरतलब है खलिस्तानी मामले में अमृतपाल बीते एक सप्ताह से फरार चल रहा है और संभावनाएं जताई जा रही है कि वह सीमा पार कर नेपाल भागने की फिराक में है।
पंजाब में फिर से खलिस्तानी आग को भड़काने वाले आरोपी अमृतपाल की खोजबीन अभी भी जारी है। पंजाब से हफ्ते भर से फरार चल रहे अमृतपाल का ठिकाना उत्तराखंड में कहीं हो सकता है। पंजाब पुलिस ने अधिकृत रूप से उत्तराखंड पुलिस को यह इनपुट दिए हैं कि संभव है कि पंजाब से फरार होने के बाद अमृतपाल सिंह देहरादून, हरिद्वार या उधम सिंह नगर में हो सकता है। अमृतपाल के उत्तराखंड आने की आशंका के बाद उसकी तलाश में एसटीएफ को लगा दिया गया है। हरिद्वार, देहरादून, ऊधमसिंह नगर की सीमाओं पर उत्तराखंड एसटीएफ और पुलिस ने सघन चेकिंग शुरू कर दी है। हर जिले की सोशल मीडिया निगरानी सेल को सुपर अलर्ट मोड पर रखा गया है। ताकि, सोशल मीडिया पर हो रही हलचल पर पैनी नजर रखी जा सके। पुलिस ने गुरूवार को ही राज्य की सीमाओं पर चेकिंग शुरू कर दी थी। शुक्रवार को पंजाब पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस को अधिकृत रूप से जानकारी दी कि अमृतपाल अपने साथियों के साथ उत्तराखंड आ सकता है।
ADG कानून व्यवस्था V मुरुगेशन ने बताया कि पंजाब पुलिस के अलर्ट के बाद सख्ती बढ़ा दी गई है। उत्तराखंड एसटीएफ की तीन टीमों को कुमाऊं, हरिद्वार और देहरादून में अमृतपाल की तलाश में लगाया गया है। बॉर्डर चेक पोस्ट पर सभी पुलिसकर्मियों को अमृतपाल की फोटो के साथ तैनात किया गया है ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति के आते ही उसका मिलान किया जा सके।
अमृतपाल की सहयोगी महिला को एनआईए दिल्ली लेकर गई
शुक्रवार को एनआईए ने देहरादून से एक महिला को अमृतपाल के सहयोग करने के आरोप में पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर गई। बेहद गोपनीय ऑपरेशन पर पहुंची एनआईए ने स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर ही देहरादून निवासरत एक महिला को पूछताछ के लिए अपने साथ दिल्ली लेकर गई। आरोप है कि उक्त महिला लंबे समय से अमृतपाल सिंह का सहयोग कर रही थी।