मूलनिवासियों के हक के लिए सड़कों पर फिर उतरा ‘उत्तराखंड’
– मूल निवास कानून की मांग को लेकर राज्य भर से हजारों की तादात में लोग पहुंचे महारैली में हिस्सा लेने
PEN POINT, DEHRADUN : उत्तराखंड में स्थानीय निवास की व्यवस्था खत्म कर मूल निवास कानून लागू करने की मांग को लेकर मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति और विभिन्न संगठनों की ओर से बुलाई गई महारैली में राज्य के अलग अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेने पहुंचे हैं। रविवार सुबह 8 बजे से ही बड़ी संख्या में लोग परेड ग्राउंड के समीप जुटने शुरू हो गए थे। विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक संगठनों से जुड़े लोगांे के अलावा पूर्व सैनिक, राज्य आंदोलनकारियों के साथ ही छात्र, युवा, बुजुर्ग, महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में इस महारैली में हिस्सा लिया।
राज्य में स्थाई निवास प्रमाण पत्र की व्यवस्था को खत्म कर मूल निवास कानून लागू करने की मांग को लेकर विभिन्न संगठनों ने रविवार को देहरादून में एक महारैली का आह्वान किया था। रविवार सुबह से ही परेड ग्राउंड के समीप बड़ी संख्या में लोग जुटने शुरू हो गए थे। प्रदेश के अलग अलग हिस्सों के साथ ही बाहरी राज्यों में रह रहे उत्तराखंड मूल के लोगों ने इस रैली में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को ही देहरादून पहुंचना शुरू कर दिया था। महारैली में उमड़ी भीड़ को देखते हुए ही भी उत्तराखंड पुलिस ने भी पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर मुख्य मार्गों में बैरीकेड लगाकर भारी पुलिस बल आयोजन स्थल के इर्द गिर्द तैनात कर दिया।
महारैली मंे हिस्सा लेने आए लोगों का आरोप था कि सरकार ने राज्य गठन की मूल भावना को दरकिनार कर राज्य की नौकरियों, संसाधनों पर बाहरी मूल के लोगों के कब्जे के लिए मूल निवास की व्यवस्था समाप्त कर, भू कानूनों में संशोधन कर राज्य गठन के उद्देश्यों को ही खत्म करने की साजिश की है।
परेड ग्राउंड में उमड़े जनसैलाब को विभिन्न वक्ताओं ने संबोधित किया। इसके बाद परेड ग्राउंड से रैली एसबीआई चौकी से दून अस्पताल होते हुए तहसील स्थित शहीद स्थल पर पहुंची।