केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में बड़े बदलाव: अब शनिवार-रविवार की नहीं मिलेगी छुट्टी
कोटद्वार | 29 मई 2025: केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर (देवप्रयाग, उत्तराखंड) में आगामी शैक्षणिक सत्र से छात्रों और शिक्षकों के लिए नई अनुशासनात्मक नीतियां लागू की जा रही हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब विश्वविद्यालय में शनिवार और रविवार की छुट्टियां समाप्त कर दी गई हैं। इसके स्थान पर छात्रों को चंद्र कैलेंडर के अनुसार—प्रतिपदा, अष्टमी, अमावस्या और पूर्णिमा को ही अवकाश मिलेगा।
छात्रों को मोबाइल से दूर रहना होगा, दिनचर्या होगी नियमित
विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों के लिए कड़ा अनुशासन लागू किया है।
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सभी छात्रों को सुबह 4:30 बजे उठना अनिवार्य होगा।
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रात 9 बजे मोबाइल जमा कराए जाएंगे और अगली सुबह 8 बजे लौटाए जाएंगे।
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सभी छात्रों को निर्धारित यूनिफॉर्म में आना अनिवार्य होगा।
प्रवेश से पहले छात्रों को इन नियमों का पालन करने की लिखित सहमति देनी होगी, तभी छात्रावास में रहने की अनुमति दी जाएगी।
हॉस्टल में सीमित सीटें, 20 किमी के अंदर वालों को नहीं मिलेगा प्रवेश
इस बार छात्रावास में केवल 550 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा, जबकि कुल क्षमता 570 है। छात्रावास मिलने के लिए मेरिट, अनुशासन और घर की दूरी को आधार बनाया गया है। 20 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले छात्रों को हॉस्टल नहीं मिलेगा।
शिक्षकों पर भी लागू होंगे ड्रेस कोड और अनुशासन
नए नियमों की सूची में शिक्षक भी शामिल हैं:
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पुरुष शिक्षकों को धोती या पायजामा-कुर्ता,
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महिला शिक्षिकाओं को सलवार-सूट या साड़ी पहनकर ही आना होगा।
उद्देश्य: परंपरा और अनुशासन का समन्वय
परिसर निदेशक प्रो. पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने बताया कि, “इन नियमों का उद्देश्य विश्वविद्यालय को एक संस्कृतनिष्ठ, अनुशासित और परंपराओं से जुड़ा शिक्षा केंद्र बनाना है। हम चाहते हैं कि छात्र केवल पाठ्यक्रम नहीं, बल्कि संस्कृति और चरित्र की शिक्षा भी प्राप्त करें।”
नया सत्र 16 जून से होगा शुरू
विश्वविद्यालय का नया सत्र 16 जून 2025 से शुरू हो रहा है, और इसी के साथ ये सभी नए नियम भी लागू कर दिए जाएंगे।