चमोली के माणा गांव को ‘जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के लिए चुना गया
Pen, Point Dehradun: चमोली जिले के जोशीमठ ब्लॉक स्थित माणा गांव को प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान के लिये चुना गया है। यह अभियान केन्द्र सरकार की उस योजना का हिस्सा है जिसका उद्देश्य जनतातीय समुदायों की सामाजिक आर्थिक हालात में सुधार करना है। बीते सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट के जरिये यह बात साझा करते हुए जिलाधिकारी माणा गांव को इस अभियान से शामिल किये जाने की जानकारी दी। गौरतलब है कि चमोली जिले में माणा गांव समेत नीति घाटी में सदियों से भोटिया जनजाती रहती आई हे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बीते 18 सिंतबर को इस इस कार्यक्रम को मंजूरी दी थी। अभियान का कुल बजट 79,156 करोड़ रुपये है। जिसमें केन्द्र सरकार 56,333 करोड़ रुपये का योगदान देगी, जबकि राज्य सरकारें 22,823 करोड रुपये प्रदान करेंगी। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम का लक्ष्य देश भर में जनजातीय समुदायों को बेहतर बुनियादी ढांचा, स्वास्थ्य सेवाएं तथा आजीविका के अवसर प्रदान करना है। जिसके तहत देश भर के 63000 गांवों के पांच करोड़ से अधिक आदिवासी लोगों को लाभ पहुंचाने की योजना है।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत की अनुसूचित जनजाति से संबंधित भारत की कुल जनजातीय आबादी 10.45 करोड़ से अधिक है। यहां 705 से ज्यादा आदिवासी समुदाय हैं, जिनमें कई सुदूर और दुर्गम क्षेत्रों में रहते हैं। प्रधान मंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान का उद्देश्य प्रमुख क्षेत्रों में अंतराल को पाटना है
प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाले इस कार्यक्रम कार्यक्रम को 17 मंत्रालयों द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा, जिनमें से प्रत्येक की जिम्मेदारी होगी की वह अपनी विशिष्ट योजनाएँ प्रदान करे। इन योजनाओं को इसके तहत वित्त पोषित किया जाएगा अगले पांच वर्षों में अनुसूचित जनजातियों के लिए विकास कार्य योजना (डीएपीएसटी)।
मुख्य उद्देश्य बुनियादी ढांचे में सुधार, आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और सम्मानजनक वृद्धावस्था तक पहुंच सुनिश्चित करना है।
कार्यक्रम की प्रगति को ट्रैक करने के लिए, आदिवासी गांवों को पीएम गति पर मैप किया जाएगा, शक्ति पोर्टल. विकास में जो भी कमियां हैं, उन्हें चिन्हित किया जाएगा और योजनाएं बनाई जाएंगी. प्रत्येक गाँव की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया। शारीरिक और वित्तीय इस मंच के माध्यम से प्रगति और सर्वोत्तम प्रदर्शन पर भी नजर रखी जाएगी। ऐसे जिलों को पुरस्कृत किया जाएगा जो प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान नवीन योजनाएं पेश करेगा।