मायावती आश्रम : जहां बांज और देवदार की छांव में ठहरेंगे प्रधानमंत्री मोदी
Pen Point, Dehradun : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे की तैयारियों को उत्तराखंड सरकार अंतिम रूप देने में जुटी है। सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के इस दौरे में प्रधानमंत्री कुछ खास जगहों पर जाएंगे। जिनमें से एक है मायावती अद्वैत आश्रम। अद्वैत आश्रम का यह अहम भाग मायावती नाम की जगह पर है। इसलिये यह मायावती आश्रम के रूप में जाना जाता है। चंपावत जिले में लोहाघाट से नौ किमी दूर सुरम्य जगह पर बने इस आश्रम की बड़ी मान्यता रही है। दिलचस्प बात यह है कि सनातन परंपरा के अनुसार इस आश्रम में कोई मूर्ति या अन्य प्रतीक नहीं है। पूरी तरह से आध्यात्मिक माहौल में यहां योग ध्यान करने के साथ विश्व शांति की कामना के लिये राम भजन गाए जाते हैं।
स्वामी विवेकानंद की प्रेरणा से इस आश्रम की स्थापना उनके शिष्य स्वामी स्वरूपानंद, कैप्टन जेचए सेवियर और उनकी पत्नी ने मिलकर की। 19 मार्च 1899 में यह आश्रम स्थापित हुआ। सन् 1901 में कैप्टन जेएच सेवियर के निधन के बाद स्वामी विवकानंद आश्रम में पहुंचे थे। वे यहां करीब सोलह दिनों तक रहे। कैप्टन के निधन के बाद पंद्रह सालों तक उनकी पत्नी आश्रम में सेवा कार्य करती रही।
वर्तमान में मायावती आश्रम अद्वैत आश्रम रामकृष्ण मठ की एक शाखा आश्रम और प्रकाशन विभाग है। स्वामी विवेकानंद की इच्छानुसार ही इन गतिविधियों को यहां से आज भी संचालित किया जाता है। देवदार, चीड़, बांज व बुरांश के जंगल के बीच यह आश्रम यहां पहुंचने वालों को असीम शांति और सुकून का अहसास कराता है। यह आश्रम रामकृष्ण मिशन के अंग्रेजी और हिन्दी पुस्तकों का एक प्रमुख प्रकाशक है। जिसका प्रकाशन विभाग का कार्यालय कोलकाता में स्थित है।
लोहाघाट के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जेएस मेहता बताते हैं कि सन् 1930 में आश्रम में धर्मार्थ अस्पताल स्थापित किया गया। जिसमें गरीबों की निशुल्क चिकित्सा की जाती है। यहां की गौशाला में अच्छी नस्ल की गायें रखी गई हैं। यहं पहुंचने वाले यात्री शुद्ध दूध और उससे बने अन्य भोज्य पदार्थों का स्वाद भी लेते हैं। आश्रम में आश्रम एक छोटा पुस्तकालय भी है, जिसमें अध्यात्म व् दर्शन सहित अनेक विषयों से सम्बद्ध पुस्तकें संकलित हैं। इसके अलावा एक छोटा संग्रहालय भी आश्रम के बारे में बहुत कुछ बताता है।
स्वामी विवेकानंद के कमरे में करेंगे पीएम विश्राम!
यूं तो अद्वैत आश्रम में देश विदेश के कई कद्दावर लोग रात्रि विश्राम कर चुके हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा कई मायनों में खास है। बताया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी स्वामी विवेकानंद के कमरे में रात्रि विश्राम करेंगे। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 122 साल बाद पहली बार ये कमरा रात्रि विश्राम के लिए खोला जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी 11 अक्टूबर की शाम पहुंचेंगे। दूसरे दिन उनकी पिथौरागढ़ में जनसभा होगी, इससे पूर्व पीएम जागेश्वर मंदिर में दर्शन करेंगे। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को देखते हुए जागेश्वर मंदिर में तीन दिन पहले से ही बाहरी लोगों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है।