मसूरी स्काई कार: पहाड़ी सफर का नया रोमांच, बनेगी दक्षिण एशिया की सबसे बड़ी पैसेंजर रोपवे
Pen Point, 20 May 2025 : उत्तराखंड पहाड़ों का सफर अब एक नई दिशा लेने जा रहा है। देहरादून से मसूरी तक जल्द ही मसूरी स्काई कार नाम से एक अत्याधुनिक रोपवे सेवा शुरू होने जा रही है, जो न केवल सफर को बेहद आसान और तेज़ बनाएगी, बल्कि यात्रियों को शिवालिक की वादियों के अद्भुत नज़ारे भी दिखाएगी। यह परियोजना पूरा होने के बाद दक्षिण एशिया की सबसे लंबी पैसेंजर केबल कार होगी।
पहाड़ों में सफर की चुनौतियों को देगी मात
वर्तमान में देहरादून से मसूरी पहुंचने के लिए 34 किलोमीटर की घुमावदार सड़क पर लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है। संकरी सड़कें, तीखे मोड़, ट्रैफिक जाम और बारिश या भूस्खलन जैसी समस्याएं इस सफर को और भी कठिन बना देती हैं। रेल मार्ग जैसी कोई वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण सड़क ही एकमात्र विकल्प है।
अब सिर्फ 20 मिनट में देहरादून से मसूरी
ष्मसूरी स्काई कारष् इस समस्या का क्रांतिकारी समाधान बनकर सामने आ रही है। यह आधुनिक 5.2 किलोमीटर लंबी मोनो-कैबल डिटैचेबल गोंडोला प्रणाली है, जो एक घंटे में दोनों दिशाओं में 1000 से अधिक यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखती है। सड़क मार्ग की तुलना में यह सफर अब महज 20 मिनट में पूरा होगा कृ वह भी बिना ट्रैफिक की चिंता के।
यात्रा नहीं, एक अनुभव होगी
यह रोपवे सिर्फ एक साधन नहीं बल्कि एक अनुभव बनकर सामने आएगी। लगभग एक हजार मीटर की ऊँचाई चढ़ते हुए यात्री हरे-भरे जंगलों, गहरी घाटियों और झरनों के ऊपर से गुजरेंगे। कैबिन में लगे बड़े कांच के शीशों से उन्हें शिवालिक पहाड़ियों की मनोरम दृश्यावली देखने को मिलेगी।
अंतरराष्ट्रीय तकनीक और स्थानीय सहयोग का समन्वय
करीब 300 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में यूरोपीय तकनीक और भारत की निर्माण विशेषज्ञता का सुंदर समन्वय है। रोपवे की संरचना और तकनीकी उपकरणों का अधिकांश निर्माण स्थानीय स्तर पर किया जा रहा है, जिससे उत्तराखंड के युवाओं को रोज़गार और तकनीकी प्रशिक्षण के अवसर मिल रहे हैं।
पर्यावरण के अनुकूल विकास की मिसाल
मसूरी स्काई कार पूरी तरह विद्युतचालित होगी, जिससे पारंपरिक वाहनों से होने वाले प्रदूषण और ध्वनि का कोई खतरा नहीं होगा। सड़क यातायात कम होने से मिट्टी का कटाव और भूस्खलन जैसी समस्याओं में भी कमी आने की संभावना है। यह परियोजना पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ पारिस्थितिकी संरक्षण की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
सुरक्षा और आराम का विशेष ध्यान
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आधुनिक केबिन पूरी तरह मौसमरोधी होंगे, जिनमें स्वचालित दरवाजे और आरामदायक बैठने की व्यवस्था होगी। एक केबिन में 10 लोग आसानी से बैठ सकेंगे। यूरोपीय मानकों के अनुरूप सुरक्षा उपकरण लगाए जाएंगे ताकि आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
देहरादून और मसूरी के बीच बढ़ी हुई कनेक्टिविटी पर्यटन, होटल, भोजनालय और अन्य सेवाओं को गति देगी। साथ ही स्थानीय निर्माण और तकनीकी सहयोग से रोजगार और कौशल विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
2026 तक शुरू होने की उम्मीद
सितंबर 2026 तक मसूरी स्काई कार के उद्घाटन की योजना है। यह न केवल यात्रा को तेज़ और सुरक्षित बनाएगी, बल्कि मसूरी की वादियों में उड़ते हुए यात्रा का आनंद भी देगी। रोमांच और प्राकृतिक सौंदर्य की तलाश में आने वाले सैलानियों के लिए यह एक अनोखा आकर्षण होगा।
मसूरी स्काई कार उत्तराखंड में पहाड़ो में सफर की एक नई शुरुआत है। यह परियोजना पर्यावरणीय संतुलन, तकनीकी नवाचार और सामाजिक विकास का अनूठा संगम है। जब यह सेवा शुरू होगी, तब न केवल देहरादून-मसूरी की दूरी सिमटेगी, बल्कि पर्यटन, रोजगार और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में राज्य को एक नई ऊँचाई भी मिलेगी।