पौड़ी सीट: गोदियाल की जमीनी पकड़ और बलूनी की सियासी ताकत की है परीक्षा
Pen Point, Dehradun : मौसम में तपिश बढने के साथ लोकसभा चुनाव के चलते सियासी पारा भी चढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव मैदान में मुकाबले की तस्वीर भी साफ हो गई है। फिलहाल इस शुरूआती दौर में अधिकांश सीटों पर लड़ाई भाजपा और कांग्रेस के बीच ही नजर आ रही है। आगे के सूरतेहाल पार्टियों और प्रत्याशियों की रणनीति के साथ ही वोटरों के मूड पर टिकी रहेगी।
पहले बात करते हैं पौड़ी लोक सभा सीट की। इसमें कोई दो राय नहीं कि यह सीट सूबे की सबसे हॉट सीट होने जा रही है। जहां कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और भाजपा के अनिल बलूनी के बीच सीधा मुकाबला है। दिल्ली में रहकर उत्तराखंड की सियासत में खासा दखल रखने वाले बलूनी हैवीवेट प्रत्याशी हैं। बीते मंगलवार को पौड़ी में उनके नामांकन में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, सीएम पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत, उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जैसे दिग्गज शामिल हुए। इसके अलावा दिल्ली और देहरादून से पहुंची मीडिया की टीमों ने भी अनिल बलूनी की ताकत का अहसास करवाया।
हालांकि जहां तक जनता के बीच स्वीकार्यता की बात है तो इस मामले में बलूनी की परीक्षा अभी बाकी है। जमीन पर चुनाव लड़कर उन्हें अभी तक सफलता नहीं मिली है। इसमें कोई संदेह नहीं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के बनाए माहौल के बूते वो संसद तक पहुंच सकते हैं। फिलहाल पोड़ी में दिग्गजों का जमावड़ा लगने के बाद अब आने वाले दिनों में बलूनी के लिये पौड़ी सीट पर कई और दिग्गजों के डेरा डालने की उम्मीद है।
दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल अभी तक सिर्फ अपने दम पर मुकाबले के लिये तैयार दिख रहे हैं। उनके समर्थक पहले दिन से ही बलूनी को बाहरी बताकर अपनी जमीनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश में जुटे हैं। जिसके लिये वो आजकल के चर्चित गीत मैं पहाडृ कु रैबासी, तू दिल्ली रौण वाळी का सहारा ले रहे हैं। इससे उन्हें एक मनौवैज्ञानिक बढ़त मिलती दिख रही है, लेकिन भाजपा की आक्रामक राजनीति और संसाधनों की भरमार का कांग्रेस के पास कोई तोड़ नहीं दिख रहा। इस मुकाबले में अभी तक गोदियाल को चुनावी चक्रव्यूह में कई योद्धाओं से घिरे अभिमन्यू की तरह देखा जा रहा है।
पौड़ी के वरिष्ठ पत्रकार गुरूवेंद्र नेगी के मुताबिक फिलहाल कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन गादियाल अपनी साफ सुथरी और जुझारू छवि के चलते भाजपा को टक्कर देने की स्थिति में हैं, इसीलिये पौड़ी को हॉट सीट माना जा रहा है। कहा जा सकता है कि उत्तराखंड में अन्य सीटों की तुलना में पौड़ी सीट से कुछ उम्मीदें हैं, यही कारण है कि मतदान के दिन तक हवा का रूख देखना दिलचस्प होगा।