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सदन में उत्तराखंड के सवाल उठा रहे अन्य राज्यों के सासंद, अपने वाले खामोश

Pen Point, Dehradun : जनता जिन सांसदों को अपने क्षेत्र से सांसद चुनकर लोकसभा में भेजती है, उनसे उसकी उम्मीदें जुड़ी होती हैं। जनता मानती है कि ये सांसद देश के सबसे बड़े सदन में उसकी आवाज बनेंगे। उत्तराखंड की जनता ने भी इसी सोच के साथ भाजपा के पांच सासदों को चुनकर भेजा है। लेकिन हैरत की बात है कि पहाड़ी राज्य के सांसदों के पास कोई सवाल ही नहीं है। इसके उलट अन्य राज्यों के सांसद सदन में उत्तराखंड से जुड़े सवाल उठा रहे हैं। इनमें उत्तराखंड में पर्यावरणीय स्थिति, भूस्खलन और सतत विकास से जुड़े सवाल प्रमुख रहे।
बीते साल उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर बन रही सिलक्यारा सुरंग हादसे के कारण चर्चा में आई थी। सुरंग के भीतर भूस्खलन में मजदूरों के फंसने की उस घटना से जुड़े कई सवाल आज भी अनुत्तरित हैं। ऐसे ही कुछ सवाल संसद के बजट सत्र में भी गूंजे। लेकिन ये सवाल उठाए बिहार की आरा लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए भाकपा(माले) के कॉमरेड सुदामा प्रसाद ने। उन्होंने 25 जुलाई 2024 को अपने अतारांकित प्रश्न में केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से पूछा कि
(क) क्या सरकार ने उत्तराखंड में सिलक्यारा सुरंग के ढहने के कारणों की जांच कराई है और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं तो इसके क्या कारण हैं
(ख) क्या सुरंग के भीतर फंसे कामगारों को मुआवजा दिया गया था और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं, तो इसके क्या कारण हैं;
(ग) क्या इस सुरंग के ढहने के लिए जिम्मेदार दोषी ठेकेदारों/कंपनियों और अधिकारियों के विरुद्ध कोई
सिविल या आपराधिक कार्यवाही की गई थी और यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और नहीं तो क्या कारण हैं
(घ) क्या सरकार का विचार हिमालयी क्षेत्र की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए चार धाम परियोजना के भाग के रुप में सड़क और /अथवा पर्यावरणीय प्रभाव की समीक्षा करने का है? और
(ड.) यदि हां, तो तत्संबंधी ब्यौरा क्या है और यदि नहीं, तो इसके क्या कारण हैं?

आरा के माले सांसद कॉमरेड सुदामा प्रसाद द्वारा जो सवाल केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से पूछे गए वो बेहद जरूरी सवाल हैं. खास तौर पर यह तो पता चलना ही चाहिए कि कंपनी के विरुद्ध उस घनघोर लापरवाही के लिए क्या कार्यवाही की गयी, जिसकी वजह से 17 दिनों तक 41 मजदूरों की जान सांसत में फंसी रही.
लेकिन माले सांसद कॉमरेड सुदामा प्रसाद के सवालों के केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा दिये गए जवाबों से स्पष्ट है कि अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी है।

इसके अलावा महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सांसद उत्तराखंड से जुड़े मुद्दों पर बोले, छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद रंजीता रंजन ने संसद के माध्यम से केन्द्रीय मंत्री का ध्यान उत्तराखंड में चल रही चारधाम सड़क परियोजना की ओर खींचा। यह योजना अपने अपने अंतिम चरण पर हैं, उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में हो रहे अनियंत्रित विकास की बात संसद में उठाई और योजना से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण सवाल उठाये।
महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने प्रश्नकाल में उत्तराखंड के जोशीमठ पर सवाल करते हुए लगातार दरकते जोशीमठ पर सरकार द्वारा उठाये जा रहे कदम पर प्रश्न किया। इमरान प्रतापगढ़ी के प्रश्न का उत्तर केन्द्रीय मंत्री द्वारा दिया गया। दोनों ही सांसदों के सवाल राष्ट्रीय पटल पर आये और हिमालयी क्षेत्र में हो रहे अनियंत्रित विकास पर लोग बात करने लगे।

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