चारधाम में अव्यवस्थाओं की पोल खोलना पड़ेगा भारी, उत्तराखंड सरकार का नया फरमान
Pen Point, Dehradun : चारधाम में जाम, अव्यवस्थाओं, लंबी कतारों की पोल खोलना मीडिया और व्लॉगरों को भारी पड़ सकता है। उत्तराखंड शासन ने नया फरमान जारी कर यात्रा अव्यवस्थाओं के बारे में बताने वाले पत्रकारों, वीडियो व्लॉगरों पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। बीते बुधवार को एक राष्ट्रीय अखबार के संवाददाता पर उत्तरकाशी जिला प्रशासन की ओर से कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज करवाया गया। संवाददाता ने गंगोत्री हाईवे पर लगे लंबे जाम से जुड़ी खबर लिखी थी जिसके चलते उक्त पत्रकार पर मुकदमा दर्ज किया गया।
चारधाम यात्रा को शुरू हुए सप्ताह भर बीतने को है। चारों धाम में भारी भीड़ उमड़ रही है। भीड़ का आलम यह है कि प्रशासन का भी दम फूलने लगा है। घंटों लंबे जाम ने यात्री भी हकलान हैं। 10 मई से शुरू हुई यात्रा के अगले ही दिन यमुनोत्री धाम के पैदल रास्ते पर लोगों की भीड़ की तस्वीरें वायरल हो गई तो अगले दिन प्रशासन ने यात्रियों को थोड़ी थोड़ी दूर रोककर यमुनोत्री भेजा तो इसके बाद यमुनोत्री हाईवे पर जाम लग गया। वहीं, सोमवार को जब यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन ने हाईवे पर गेट सिस्टम बनाकर सीमित संख्या में यात्रियों को भेजना शुरू किया तो गंगोत्री हाईवे पर लंबा जमा लग गया। जिसके वीडियो भी खूब वायरल हुए थे। यात्रियों ने दावा किया कि उन्हें 18-18 घंटे जाम में फंसा रहना पड़ा और पूरी रात वाहनों में ही गुजारनी पड़ी। हालांकि, प्रशासन का दावा था कि कुछ ही देर में जाम खोल दिया गया। चारधामों से आ रही अव्यवस्थाओं की तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल हुए जिसने प्रशासन व सरकार की चारधाम यात्रा की तैयारियों की पोल खोल दी। व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के लिए सचिव स्तर के अधिकारी मौके पर भेजे गए तो साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि यात्रा अव्यवस्थाओं की तस्वीरें बाहर न आने पाए इसके लिए मंगलवार को मुख्य सचिव ने फरमान जारी कर दिया किया यात्रा अव्यवस्थाओं पर लिखने उसे दिखाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य सचिव ने निर्देश जारी किए कि यात्रा के संबंध में कुप्रचार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस फरमान के तुरंत बाद एक राष्ट्रीय अखबार के स्थानीय संवाददाता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया। संवाददाता ने बीते सोमवार को गंगोत्री हाईवे पर लगे जाम और यात्रा के दौरान हुई मौतों को लेकर समाचार लिखा था जिसे अखबार ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। बुधवार को जिला प्रशासन उत्तरकाशी ने कोतवाली में उक्त पत्रकार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 151 ए और 505 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने पर पत्रकार संगठनों समेत विभिन्न संगठनों ने विरोध किया। वहीं, यात्रा में अव्यवस्थाओं को लेकर किसी भी तरह का वीडियो जारी करने, व्लॉगिंग करने या लिखने पर भी प्रशासन ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। प्रशासन अव्यवस्थाओं के बारे में बोलने को फेक न्यूज की श्रेणी में रखकर कार्रवाई की चेतावनी दे रहा है। भाकपा नेता इंद्रेश मैखुरी कहते हैं कि चारधाम यात्रा में अव्यवस्थाएं हावी है, प्रशासन की तैयारियों की पोल खुल रही है और व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की बजाए प्रशासन अव्यवस्थाओं पर लिखने बोलने वालों पर कानूनी कार्रवाई कर रहा है जो कि बेहद चिंताजनक है।