सैयद मुश्ताक ट्रॉफी : देहरादून के सस्ते मैदानों पर क्यों खेल रहे आईपीएल के महंगे खिलाड़ी?
Pen Point, Dehradun : देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आज सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आगाज होगा। जिसमें भारतीय क्रिकेट के कई दिग्गज खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे। लेकिन हैरत की बात है कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के लिये राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम उपलब्ध नहीं होगा। लिहाजा सभी मैच स्पोर्ट्स कॉलेज और अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी के मैदानों में खेले जाएंगे। जबकि बीसीसीआई ने क्रिकेट ऐसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (सीएयू) को एलीट ग्रुप ई की सात टीमों के मैचों का जिम्मा इसी स्टेडियम के आधार पर दिया था। सीएयू की ओर से कहा गया है कि स्टेडियम प्रबंधन ने ही उसे स्टेडियम उपलब्ध नहीं कराया है। जबकि सूत्रों से यह भी खबर आ रही है कि अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम महंगा होने के कारण सीएयू को सस्ते मैदानों की शरण लेनी पड़ी।
टूर्नामेंट के लिये सभी सात टीमें देहरादून पहुंच चुकी हैं। जिनमें भारतीय टीम का हिस्सा रहे कई दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं। सोमवार को पहला मैच कर्नाटक और तमिलनाडु के बीच खेला जाएगा। कर्नाटक टीम में भारतीय टेस्ट टीम के ओपनर रहे मयंक अग्रवाल समेत मनीष पांडे, देवदत्त पडिक्कल और तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा जैसे स्टार खिलाड़ी शामिल हैं। वहीं तमिलनाडु की ओर वाशिंगटन सुंदर, साई सुदर्शन और विजयशंकर जैसे दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं। ये सभी खिलाड़ी आईपीएल के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी लगातार अपनी छाप छोड़ते रहे हैं।
टी-20 प्रारूप के इस टूर्नामेंट को खास तौर पर आईपीएल के लिये प्लेटफॉर्म माना जाता है। बीसीसीआई के साथ ही इसमें प्रर्दशन करने वाले खिलाड़ियों पर आईपीएल फ्रेंचाइजी की नजर रहती है। टूर्नामेंट के लिये देहरादून एलीट ई ग्रुप में है जिसमें कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, नागालैंड व त्रिपुरा की टीमों के मैच होंगे। इन टीमों में आईपीएल में धमाल मचाने वाले कई खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे। जिनमें से अधिकांश खिलाड़ी विभिन्न फ्रेंचाईजी के लिये करोड़ों का भुगतान पाते हैं। लेकिन अफसोस कि सीएयू इन खिलाड़ियों के स्तर के अनुरूप आयोजन नहीं करवा पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि बीसीसीआई की टीम ने देहरादून को एलीट ग्रुप में शामिल करने से पहले यहां के मैदानों का जायजा लिया था। जिसमें राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम को उन्होंने सबसे बेहतर बताया और इसकी तारीफ भी हुई। इसके बाद ही सीएयू को मेजबानी की जिम्मेदारी दी गई। इसी साल जून माह में राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिके स्टेडियम में सीएयू ने उत्तराखंड प्रीमियर लीग यूपीएल का भी सफल आयोजन किया था।
सीएयू के प्रवक्ता विजय प्रताप मल्ल के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम फिलहाल मैचों के लिये तैयार नहीं था, मैदान में बड़ी घास उगी हुई थी और मैंटेनेंस संबंधी कई दिक्कतें थी, जिसके कारण ऐसोसिएशन को स्पोर्ट्स कॉलेज और अभिमन्यु क्रिकेट ऐकेडमी का रूख करना पड़ा।
जबकि ऐसोसिएशन के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला के मुताबिक मामला कुछ और है। गुनसोला मानते हैं कि बड़े आयोजन अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में ही होने चाहिए। पेन प्वाइंट से बात करते हुए अध्यक्ष ने बताया कि इस बाबत हमने सरकार से कई बार मांग भी की है, लेकिन स्टेडियम का प्रबंधन देख रही आईएलएफएस कंपनी और सरकार के बीच कुछ विवाद चल रहा है, जिस कारण ऐसोसिएशन को दूसरे मैदानों की तरफ देखना पड़ रहा है।
दूसरी ओर, ऐसोसिएशन के अंदरूनी सूत्र बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में एक पचास से साठ हजार रूपए प्रति मैच फीस ली जाती है। जबकि अन्य मैदानों में दस से बीस हजार रूपए में एक मैच हो जाता है। ऐसे में महंगे स्टेडियम का मोह छोड़ यूसीए ने सस्ते मैदानों को चुना है। फिलहाल अभी यह साफ नहीं हो सका कि इन आयोजनों के लिये भुगतान बीसीसीआई को करना है या यूसीए को।
सैयद मुश्ताक अली ट्राफी 2023-24 का प्रारूप और ग्रुप
टूर्नामेंट में पांच अलग-अलग एलीट समूहों में 38 टीमें शामिल होंगी – ग्रुप ए, बी और सी में आठ-आठ टीमें और ग्रुप ई और एफ में सात टीमें। देश के पांच शहरों में मैच खेले जाएंगे। जिनमें जयपुर, मुंबई, रांची, मोहाली और देहरादून शामिल हैं। नॉकआउट मैच मोहाली में खेले जाएंगे।
एलीट ए (जयपुर)- हरियाणा, मुंबई, छत्तीसगढ़, मिजोरम, हैदराबाद, मेघालय, बड़ौदा, जम्मू-कश्मीर
एलीट बी (मुंबई)- हिमाचल प्रदेश, केरल, सेवाएं, सिक्किम, असम, ओडिशा, बिहार, चंडीगढ़
एलीट सी (रांची)- पंजाब, सौराष्ट्र, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, आंध्र, गोवा, मणिपुर, रेलवे
एलीट ई (देहरादून)- कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, नागालैंड
एलीट डी (मोहाली)- उत्तराखंड, विदर्भ, बंगाल, महाराष्ट्र, पांडिचेरी, राजस्थान