इस बार जल्द आ रहा है मानसून, मई के अंत में देगा दस्तक: आईएमडी
Pen,Point Dehradun : भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के ताजा अपडेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून (SWM) के 13 मई तक दक्षिण अंडमान सागर, निकोबार द्वीपसमूह और दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में पहुंचने की संभावना है।
इससे पहले 10 मई को आईएमडी ने अनुमान जताया था कि मानसून इस वर्ष 27 मई को केरल पहुंचेगा, जो सामान्य तिथि 1 जून से चार दिन पहले होगा। गौरतलब है कि 15 अप्रैल को आईएमडी ने यह भी कहा था कि वर्ष 2025 में मानसून सामान्य से अधिक या अत्यधिक वर्षा ला सकता है।
मानसून की शुरुआती प्रगति को बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र से सहायता मिल सकती है, हालांकि यह प्रणाली चक्रवात में तब्दील होगी या नहीं, इस पर संदेह बना हुआ है। अमेरिकी ग्लोबल फोरकास्टिंग सिस्टम (GFS) और यूरोपीय मौसम एजेंसी ECMWF दोनों ही इस कम दबाव क्षेत्र के बनने की भविष्यवाणी कर रहे हैं, लेकिन इसके तीव्र होने की संभावना कम बताई गई है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे में जलवायु अध्ययन के प्रोफेसर रघु मूरतुगुड्डे ने डाउन टू अर्थ से बातचीत में कहा, “चक्रवात बनने की संभावना है, लेकिन यह मानसून के आगमन को प्रभावित नहीं करेगा। हां, यह ट्रफ को अंडमान सागर की ओर थोड़ा जल्दी खींच सकता है, पर इसका असर सीमित रहेगा।”
इस बीच, अप्रैल और मई महीनों में देश के कई हिस्सों में गरज-चमक और ओलावृष्टि के साथ भारी वर्षा देखने को मिली है, जिससे हीटवेव से कुछ राहत मिली है और ज़मीन का तापमान थोड़ा कम हुआ है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह गतिविधि पश्चिमी विक्षोभों और ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरणों के कारण सक्रिय है। 11 मई तक मध्य क्षोभमंडल में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ मौजूद था।
आईएमडी की 11 मई की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, यह आंधी-तूफानी गतिविधि देश के कई हिस्सों को 15 मई तक प्रभावित कर सकती है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि ये गरज-चमक मानसून के आगमन में बाधा नहीं बनेंगी।
आईएमडी का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 4-5 दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अन्य हिस्सों, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ सकता है।
स्रोत: आईएमडी, डाउन टू अर्थ