सीएम ने दिया अवैध कब्जों को लैंड जिहाद का नाम
मुस्लिम बस्तियों के अवैध कब्जे और दरगाह, मजार के अवैध निर्माण को मुख्यमंत्री ने दिया लैंड जिहाद का नाम
PEN POINT, DEHRADUN : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को नैनीताल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने हल्द्वानी समेत राज्य के अन्य इलाकों में अवैध रूप से स्थापित मुस्लिम बस्तियों और वन भूमि पर बनी मजार व दरागाहों को लैंड जिहाद का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लैंड जिहाज किसी भी हाल में बरदास्त नहीं किया जाएगा।
बीते महीने हल्द्वानी में रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण करके बसे मुस्लिम परिवारों के अतिक्रमण को हटाने के अभियान को भले ही सर्वोच्च न्यायालय से राहत मिली हो लेकिन तब से राज्य में एक शब्द राज्य में सबसे ज्यादा प्रचलन में आया है वह है लैंड जिहाज। न्यूज चैनलों के जरिए लोगों की जुबान पर चढ़ आए इस शब्द हो अब प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अघोषित रूप से मान्यता दे दी है। हाल ही में लगातार खबरे आती रही है कि हरिद्वार, उधम सिंह नगर, नैनीताल जनपद के मैदानी हिस्सों, देहरादून के विकासनगर, सहसपुर इलाकों में खाली जमीनों पर काम की तलाश में आए मुस्लिमों की अवैध बस्तियां पनप रही है। वहीं, विभिन्न संगठनों का दावा है कि राज्य में सार्वजनिक भूमि, वन भूमि में अवैध कब्जा कर एक हजार से अधिक मजार व दरागाह का निर्माण किया गया है। ऐसे में लगातार इसे लैंड जिहाद का नाम दिया जाता रहा है। लेकिन, शुक्रवार को नैनीताल के कालाढूंगी में आयोजित जनता मिलन समारोह में खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी नदी किनारे पनप रही अवैध बस्तियों, सार्वजनिक भूमि वन भूमि पर बने मजार और दरागाहों को लैंड जिहाद का नाम दे दिया। मुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि राज्य में लैंड जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अवैध अतिक्रमण किए लोगों को स्वयं ही अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी है साथ ही अवैध कब्जा न हटाए जाने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है।
लंबे समय से दक्षिणपंथी संगठन दावा कर रहे हैं कि प्रदेश में जनसंख्या संतुलन को बिगाड़ने के लिए उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से बड़े पैमाने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों को लाकर अवैध बस्तियां बसाई जा रही है। हालांकि, इन दावों की पुष्टि अब तक नहीं हो सकी है। लेकिन, दावा किया जा रहा है ऐसे इलाकों में जहां नदियों में खनन किया जाता है वहां मजदूरों के रूप में मुस्लिम आबादी को बसाया और पनपाया जा रहा है। इस मुद्दे को राष्ट्ीय मीडिया ने भी खूब खाद पानी दी है। सोशल मीडिया पर भी बिना पुष्टि के इन दावों को खूब वायरल किया जा रहा है।
ऐसे मंे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा भी लैंड जिहाद शब्द का प्रयोग कर ऐसे दावे करने वाले लोगों, संगठनों के दावों को मजबूती जरूर दे दी है।