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अंबीवाला में नहीं बना सकेंगे घर या दुकान

प्रेमनगर स्थित अंबीवाला को चाय बागान के तौर पर विकसित करने का मास्टर प्लान घोषित, नए निर्माणों पर लगी रोक
रायुपर में राजधानी निर्माण के चलते जमीनों की खरीद फरोख्त व भवन निर्माण पर लगी है रोक

PEN POINT, DEHRADUN : अगर आप अंबीवाला ग्राम पंचायत के अंतर्गत आवास बनाने की सोच रहे हैं तो आपका यह सपना सच होने वाला नहीं है। देहरादून मास्टरप्लान 2041 के तहत अंबीवाला ग्राम पंचायत क्षेत्र में किसी भी तरह के निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस क्षेत्र को चाय बागान के तौर पर विकसित किया जाएगा। इस पूरे इलाके को चाय बागान क्षेत्र घोषित किया गया है।
प्रेमनगर क्षेत्र स्थित चाय बागान का विस्तार कर अंबीवाला ग्राम पंचायत को भी चाय बागान क्षेत्र घोषित कर दिया गया है लिहाजा इस पूरे ग्राम पंचायत में अब नए निर्माण पर रोक लगा दी गई है। इस इलाके में करीब पांच हजार से अधिक आबादी निवासरत है।
मास्टरप्लान-2041 में ग्राम पंचायत अंबीवाला को पूरी तरह से चाय बागान क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। यहां अब कोई भी नया निर्माण अवैध माना जाएगा। हालांकि, पुराने निर्माणों से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। चाय बागान से सटा अंबीवाला क्षेत्र राजस्व ग्राम है। राजधानी के निकटवर्ती क्षेत्र होने के नाते सैकड़ों लोगों ने इस क्षेत्र में आवासीय भवन बनाने के लिए प्लॉट लिए हैं। वहीं, इस क्षेत्र में कई व्यावसायिक ईकाईयां भी स्थित है।

अब मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण ने देहरादून मास्टरप्लान-2041 में ग्राम पंचायत अंबीवाला को चाय बागान क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। ऐसे में अब इस क्षेत्र में नए निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से रोक रहेगी। पुराने निर्माणों वैध माना जाएगा।
अंबीवाला चाय बागान क्षेत्र घोषित होने से यहां निवासरत लोगों के होश फाख्ता हो गए हैं। यहां जमीन पर निवेश करने वाले निवेशकों के साथ ही घर बनाने का सपना संजोए परिवारों को भी बड़ा झटका लगा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से इसे चाय बागान बनाने से पहले स्थानीय लोगों के सुझाव तक नहीं लिए गए।
वहीं, राजधानी क्षेत्र में रायपुर के बाद अंबीवाला दूसरा क्षेत्र बन गया है जहां किसी भी तरह के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। देहरादून से सटे रायपुर में राजधानी क्षेत्र विकसित करने की योजना के तहत मार्च महीने से रायपुर से थानो तक जमीनों की खरीद फरोख्त पर रोक के साथ ही नए निर्माण पर भी रोक लगाई गई है हालांकि यह रोक अस्थाई है और मास्टर प्लान घोषित होते ही नए सिरे से निर्माण स्वीकृति दी जाएंगी लेकिन अंबीवाला में लगे प्रतिबंध यहां चाय बागान स्थापित करने के लिए है लिहाजा इन प्रतिंबधों का हटना संभव नहीं दिख रहा।

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