भूमीयाल चौक पर पहुंचे भगवान, रम्माण ने किया भाव विभोर
PEN POINT : जोशीमठ के बड़ागॉव पंचायत चौक में पौराणिक सांस्कृतिक धरोहर को संजोए गरुड़ छाड़ मेले में आस्था ओर विश्वास का सैलाब उमड़ पड़ा। इस अवसर पर ढोल सागर के 18 तालों पर विभिन्न देवी देवताओं को समर्पित पारम्परिक मुखौटे का नृत्य भी हुआ, साथ ही रामायण के कुछ प्रसंगों का भी राम लक्ष्मण सीता के पात्रों द्वारा नृत्य नाटिका के माध्यम से दिखाया गया।
गांव के पांच सौ मीटर ऊपर मथकोट नामक स्थान पर एक बड़ा सुराई का पवित्र पेड़ है। जहाँ से भगवान गरुड़ व भगवान कृष्ण रस्सी के सहारे नीचे गांव के मेला स्थल भूमीयाल चौक तक पहुंचे। पंचायत की ओर से तय व्यक्ति श्रद्धा भाव से भगवान गरुड़ व भगवान कृष्ण को छूता और पकड़ता है। इसके लिये गांव में सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी। भगवान गरुड़ व कृष्ण को एक तय स्थान पर भजन कीर्तन के साथ ले जाया गया। वहीं माँ दुर्गा और भगवान कृष्ण और गरुड़ के जयकारों के बीच पूरा गॉव ने भजन कीर्तन किया। अब तीन दिनों तक यहां विशेष पूजा अर्चना और कीर्तन और भोज होता रहेगा।
मान्यता है कि पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए यहां पत्र देना पड़ता है । ऐसे लोगों में से पंच एक का चयन करती है, और वही व्यक्ति भगवान गरुड़ व भगवान कृष्ण को छूता और पकड़ता है। सदियों से जिसने भी गरुड़ और कृष्ण भगवान को पकड़ा उसको पुत्र रत्न की प्राप्ति होती आयी है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक सदियों से चली आ रही परंपरा के तहत जिसने भी भगवान गरुड़ व भगवान कृष्ण को पकड़ा है उसका हमेशा पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है। अभी तक कभी ऐसा नहीं हुआ की जब किसी ने भगवान गरुड़ व कृष्ण को पकड़ा हो उसका पुत्र हुआ हो।
वैसाखी के दिन से ही गॉव में पंचायत चौक में जाख देवता नाचता है और मुखोटा नृत्य होता है। मेले के दिन राम लक्ष्मण सीता हनुमान के पात्र विभिन्न तालों पर नृत्य करते है। इसके अलावा भगवान गणेश सूर्य देव नारद, शिव, नृसिंह ब्रह्मा, सहित अन्य मुखोटा 18 पत्तर 18 ताल ढोल के विभिन्न तालों पर नाचते हैं। इसके अलावा मवर मवरिण का नृत्य चोर,पैल पैलवाण भी रहे आकर्षण का केंद्र।अंत में माँ भगवती दुर्गा और भुमियाल देवता का अवतारी पुरुष अवतार लेकर गॉव को खुशहाली और सुख समृद्धि का आशिर्वाद देती है।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान विमला भंडारी, सहित ब्लॉक प्रमुख जोशीमठ हरीश परमार, नगर पालिका अध्यक्ष जोशीमठ शैलेन्द्र पवार सहित वन सरपंच बड़ागांव सुनील सिंह सहित हजारों लोग मौजूद है।इस बार मेले में ग्रामीणों के आग्रह पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अवि मुक्तेश्वरा नन्द की और से काशी की प्रसिद्ध गंगा आरती भी मेले में पहुंचे हजारों लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी रही।