जो बोले सो निहाल, सतश्री अकाल के उद्घोष के साथ खुले हेमकुंड साहिब के कपाट
PEN POINT, DEHRADUN : सिक्ख के पवित्र धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट आज शनिवार को विधि-विधान के साथ खोल दिए गए। शुक्रवार सुबह पंज प्यारों की अगुवाई में पवित्र निशान के साथ गोविंदघाट गुरुद्वारे से 1800 श्रद्धालुओं का पहला जत्था घांघरिया रवाना हुआ था और शनिवार सुबह कपाट खोलने के पावन अवसर के साक्षी बने।
उत्तराखंड के चमोली जिले स्थित समुद्रतल से 4160 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सिक्ख धर्म के पवित्र स्थल हेमकुंड साहिब के कपाट शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। जो बोले सो निहाल सतश्री अकाल के उद्घोष के साथ पवित्र निशान लिए पंज प्यारों की अगुवाई में श्रद्धालुओं की मौजूदगी में हेमकुंड साहिब के कपाट खोले गए। शुक्रवार को यात्रा का पहला जत्था पंच प्यारों की अगुवाई में घांघरिया पहुंच गया था।
इस बार यात्रा मार्ग पर भारी बर्फ जीम है जिस कारण एक दिन में सिर्फ ढाई हजार श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति दी गई है जबकि 60 वर्ष से अधि आयु वर्ग के लोगों और बच्चों को फिलहाल यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं है।
शनिवार सुबह कपाट खुलने के मौके पर बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह, डेकन के प्रभारी ब्रिगेडियर देवेंद्र सिंह, 418 इंजीनियर कोर के कर्नल सुनील यादव आदि मौजूद रहे। वहीं जत्थेदारों में दिल्ली से आए देवेंद्र कोर का जत्था, पंजाब के गुरदासपुर से बलजींदर का जत्था, रोपण से जगदीप सिंह के जत्थे के अलावा पंजाब रोडवेज के कर्मचारी आदि मौजूद रहे।