24 के रण से पहले बदले जाएंगे भाजपा के कई मुख्यमंत्री, मंत्री
– लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा शासित राज्यों में मुख्यमंत्री समेत कई मंत्रियों की हो सकती है छुट्टी
-आज से दिल्ली में भाजपाशासित प्रदेशों के मुख्मयंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक, दो दिन तक बताएंगे अपने काम काज के बारे में
PEN POINT, DEHRADUN : अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव और उससे पहले पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा उन प्रदेशों में सब कुछ दुरूस्त करना चाहती है जहां वह सत्ता में है। इसके लिए आज और कल दिल्ली में भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री बैठक करेंगे। बताया जा रहा है कि बैठक मंे सभी मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों को सरकार की रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है और माना जा रहा है कि इस बैठक में तय होगा कि किन किन राज्यों में नेतृत्व परिर्वतन किया जाएगा और किन किन कैबिनेट मंत्रियों की छुट्टी होगी। यानि साल के आखिर में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले ही कई राज्यों में भाजपा अपने नेतृत्व में फेरबदल कर देगी।
भाजपा ने भी 11 और 12 जून को भाजपाशासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, पार्टी के महासचिव बीएल संतोष और राज्य संगठनों के सचिव भी शामिल होंगे। पार्टी के एक राष्ट्रीय नेता का कहना है कि सभी मुख्यमंत्रियों और उप-मुख्यमंत्रियों को बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने के लिए कहा गया है। इस बैठक में मुख्यमंत्रियों और उप मुख्यमंत्रियों से पार्टी और संबंधित राज्य की सरकार के बीच तालमेल, सरकारी योजनाओं के प्रचार-प्रसार, आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति पर रिपोर्ट भी तलब की गई है। साथ ही चुनावों में जीत को लेकर इनसे विचार भी मांगे गए हैं। बैठक में राज्य के कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही पार्टी विधायकों के काम काज की भी रिपोर्ट मुख्मयंत्रियों को पेश करनी होगी। फिलहाल भाजपा 10 राज्यों में बहुमत के साथ और 5 राज्यों में गठबंधन की सरकार में शामिल होकर सत्ता चला रही है।
बैठक के बारे में चर्चा है कि कर्नाटक चुनाव में लगातार सरकार के खिलाफ माहौल के बाद भी केंद्रीय नेतृत्व की ओर से कर्नाटक में नेतृत्व परिर्वतन न करके अपने लिए वहां खुद हार बुलाई। इससे सबक लेते हुए जिन राज्यों में नेतृत्व को लेकर नाराजगी है या फिर जिन राज्यों में मुख्यमंत्री उप मुख्यमंत्री अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं वहां जल्द ही नेतृत्व परिर्वतन किया जाएगा। क्योंकि, माना जा रहा है कि जिन 10 राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री हैं, वहां लोकसभा की 170 सीटें हैं। अभी इनमें से 70 प्रतिशत सीटें भाजपा के पास ही हैं। ऐसे में पार्टी पिछली बार के रिकॉर्ड को बरकरार रखना चाहती है। लेकिन, हाल ही में हिमाचल प्रदेश और कनार्टक में कांग्रेस से मिली हार के बाद भाजपा के लिए लोकसभा में इन राज्यों की लोकसभा सीटों को जीतने की चुनौती खड़ी हो गई लिहाजा वह उन राज्यों में अपने प्रदर्शन को बरकरार रखना चाहती है जहां उसकी सरकार है।
इससे पहले 28 मई को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपाशासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ दिल्ली में बैठक की थी और बताया जा रहा है कि इसी बैठक में मुख्यमंत्रियों को लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियों और राज्य सरकारों में चल रही गतिविधियों पर प्लान बनाकर लाने को कहा गया था।