BIG UPDATE : सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन : थोड़ी देर में मिल सकती है मंगलकारी खबर
PEN POINT, SILKYARA : मंगलवार की सुबह उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में बचाव कार्य का जायजा लिया था. इसके बाद वे एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे थे. ठीक 2:30 पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर देहरादून से सिलक्यारा पहुंचे. ड्रिलिंग का काम पूरा कर लिया गया है. थोड़ी ही देर में बड़ी और मंगलवार को मंगलकारी ख़बर सामने आ सकती है. जानिए आज दिन भर की सिलक्यारा टनल के रेस्क्यू ऑपरेशन से जुड़ी हुई रिपोर्ट जिसे आगे भी अपडेट किया जाएगा.
टनल के बाहर वाले इलाके में सुबह से ही बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण सुरंग में फंसे मजदूरों को सकुशल निकाले जाने का इन्तजार कर रहे हैं . इसके अलावा स्थानीय लोगों ने देवता बौखनाग से लगातार मजदूरों की कुशलता के लिए प्रार्थना की.
2 बजे तक मैनुअल ड्रिलिंग का काम पूरा हो हुआ. इसके बाद एक और पाइप को बैल्ड कर अन्दर पुश किया गया. ताकि किसी तरह का रिस्क पैदा न हो सके और सभी मजदूरों को सरक्षित बाहर निकाला जा सके. इसी दौरान करीब 41 एम्बुलेंस यहाँ पहुंची. जिसमें से दो एम्बुलेंस को अन्दर भेजा गया. एहतियात के तौर पर NDRF और SDRF की टीमें सुरंग के अन्दर भेजी गयी. इसके बाद रेस्क्यू कर्मी पाइप के जरिये अन्दर भेजे गए और उन्होंने फंसे मजदूरों की काउंसिलिंग कर उन्हें बाहर सकुशल निकलने के लिए काउंसिलिंग के जरिए तैयार किया. मजदूरों को पाइप के जारिए बाहर लाया गया और यहाँ पहले से ही तैनात मेडिकल टीम ने सभी मजदूरों का पहले मौके पर ही स्वास्थ्य परीक्षण किया. बता दें कि सुरंग से अस्पतालों तक ले जाने तक के लिए सड़क मार्ग पर ग्रीन कॉरीडोर बनाया गया था.
करीब दिन में 1 बजे के आसपास सुरंग के बाहर फंसे मजदूरों को अस्पताल तक ले जाने वाले रास्तों को ठीक करने का काम तेजी से किया गया. ताकि किसी भी तरह की परेशानी खाड़ी न हो सके. अचानक पुलिस बल को भी इस दौरान बढ़ा दिया गया. वहीं सुरंग के मुहाने पर एम्बुलेंस तैयार कर पहुंचाई गयी.
मंगलवार 12:15 बजे तक सुरंग में करीब 54 मीटर तक मजदूरों को निकालने का रास्ता बना लिया गया था, इस काम ने बहुत आज सुबह बहुत तेजी पकड़ ली थी। कुछ ही देर में मजदूरों को सुरंग से बाहर निकालने काम अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर जाएगा और पिछले 17 से चल रहा लंबा इंतजार ख़त्म होगा। बतादें कि पूरे देश दुनिया की निगाहें इस महा रेस्क्यू ऑपरेशन पर टिकी हुई थी। हर तरफ इन 41 मजदूरों को बचाने के लिए पूजा प्रार्थनाओं और दुवाओं का दौर जारी था।
मंगलवार की सुबह करीब 10:30 बजे तक के अपडेट तक मालूम हुआ कि जैसे-जैसे टीम मजदूरों के नजदीक पहुंच रही है वैसे-वैसे सुरंग के बाहर हलचल भी बढ़ गई है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्य मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह भी सिलक्यारा पहुंचे हैं। वह मैन्युअल ड्रिलिंग का जायजा लेने के लिए सुरंग के अंदर गए हैं।
सुरंग का जायजा लेने के बाद सुबह जब सीएम पुष्कर सिंह धामी भी सिललक्यारा टनल के पास बने अस्थाई मीडिया सेंटर पास पहुंचे तो उन्होंने बताया कि सुरंग में मजदूरों तक पहुंचने वाला पाइप के जरिए पहुँचने वाला एस्केप पैसेज रास्ता 52 मीटर तक तैयार कर लिया गया है।। 57 मीटर पर एस्केप पैसेज आर-पार हो जाएगा। अब मेटल के टुकड़े मिलना कम हो गए हैं। इसलिए जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा होने की उम्मीद है।
मजदूरों तक पहुँचने में जिस तरह से अब बेहद कम दूरी रह गयी है, उसे देखते हुए लग रहा है ऑपरेशन संचालन प्रबंधन ने फंसे हुए 41 मजदूरों के परिजनों को तैयार रहने और मजदूरों के कपड़े और बैग तैयार रखने के संकेत दे दिए गए। क्योंकि जैसे ही मजदूरों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला जाना था, उन्हें तुरंत चिन्यालीसौड़ अस्पताल ले जाने की तयारी पहले ही कर ली गयी थी।