भाबर नि जौंला: नरेंद्र सिंह नेगी का यह गीत सुकून के साथ संदेश भी दे रहा है
Pen Point, Dehradun : पहाड़ में दूर किसी गांव की बात है, सर्दियों के दिन हैं। ठंड से परेशान पति अपनी पत्नी से कहता है कि भाबर चलते हैं, लेकिन पत्नी को अपने घर गांव में रहना ही पसंद है और वह भाबर जाने से इनका करती है। दरअसल मैदान से लगे तराई वाले गर्म इलाके को भाबर कहा जाता है। जहां सर्दियों के दिनों में लोग व्यापार और रोजगार के लिये जाते थे, जिससे उनकी सर्दी के कठिन दिन कट जाते थे और कुछ कमाई भी हो जाती थी। पहाड़ी लोकजीवन की संवेदनाओं को शब्द और संगीत में पिरोने का कमाल नरेंद्र सिंह नेगी ही कर सकते हैं। अपने नए गीत भाबर नि जौला में एक बार फिर उन्होंने इस बात को साबित किया है। खास बात ये है कि पहाड़ी दंपति मान मनौव्वल वाले संवाद गीत में कोई उलाहना और कोई तनाव नहीं है। पूरा गीत पहाड़ी जीवन से जुड़ी चीजों के जरिये प्रेम के अलग तरह के बिंब प्रस्तुत करता है। यह नेगी जी के प्रेम गीतों की खूबी भी रही है। इस गीत में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही महसूस करवाया है, जिसकी एक बानगी गीत के ये बोल हैं- दिन काटला घाम तापी क ,ब्यखुनि अंगीठी आग..घ्यू चुपडी रोट्टि खलोलू, माया मा छौंक्यूं साग। नरेंद्र सिंह नेगी की आवाज के साथ नई गायिका प्रतीक्षा बमराड़ा भी प्रभावित करती है। उनकी गायकी सधी हुई है और सुर पके हुए हैं यानी काफी तैयारी के साथ उन्होंने इस क्षेत्र में कदम रखा है। तेज रिद्म और डीजे साउंड बीट्स के इस दौर में आठ मिनट की यह प्रस्तुति सुकून देने वाली है।
शनिवार को यह गीत वीडियो के साथ रिलीज किया गया। साथ ही इसका फिल्मांकन भी बेहतरीन हुआ है। कविलास नेगी के निर्देशन और अंजलि नेगी के साथ शैलेंद्र पटवाल की भाव भंगिमाओं ने गीत के साथ पूरा न्याय किया है। कहा जा सकता है कि पूरी प्रोडक्शन टीम ने मिलकर इस प्रस्तुति को बेहतरीन बनाया है। फिर चाहे वह शूटिंग लोकेशन का चयन हो या फिर कलाकारों की कॉस्ट्यूम हो हर पहलु पर बारीकी से काम किया गया है।
भाबर नि जौला गीत के लेखक और संगीतकार खुद नरेंद्र सिंह नेगी हैं। इस टीम के अन्य सदस्यों में म्यूजिक अरेंजर विनोद चौहान, रिदम सुभाष पाण्डे, रिकॉर्डिस्ट पवन गुसांई, कौस्ट्यूम उषा नेगी, मेकअप क्रिस्टी नेगी, एसोसिएट डायरेक्टर सोहन चौहान, सिनेमेटॉग्राफर और एडिटर गोविंद नेगी शामिल हैं। टीम की शूटिंग टिहरी जिले की कुंजणी पट्टी के कोटी गांव में की गई है।