अदाणी समूह में गिरावट से आस्ट्रेलिया के लाखों कर्मियों की पेंशन पर खतरा
आस्ट्रेलियां में पेंशन की सरकारी फंड की बड़ी रकम की गई थी अदाणी समूह में निवेश, शेयरों में 78 फीसदी की गिरावट के बाद निवेश की मूल रकम भी हुई
PEN POINT, DEHRADUN- अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट जारी होने के बाद समूह के शेयरों की कीमतों में 78 फीसदी के करीब गिरावट दर्ज की गई है। लगातार गिर रहे शेयरों के बीच आस्ट्रेलिया में लाखों लोगों की पेंशन का फंड भी खतरे में पड़ गया है। मुनाफा कमाने के लिए अदाणी समूह में निवेश के चलते पेंशन फंड का पैसा अपने मूल धन से भी नीचे चला गया है जिसके चलते लाखों आस्ट्रेलियाई नागरिकों के लिए एक नई मुसीबत खड़ी हो गई है। ऑस्ट्रेलियाई निवेशकों ने अदानी की कंपनियों में ये सोचकर निवेश किया था कि वो भारत की विकास गाथा में निवेश कर रहे हैं, उन्हें अब भारी नुक़सान का सामना करना पड़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में रिटायरमेंट के लिए रखे सरकारी निधि का निवेश अदाणी की कंपनियों में किया गया था, जिस पर अभी ख़तरा मंडरा रहा है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि क्वींसलैंड के सरकारी कर्मचारियों और कॉमनवेल्थ बैंक के कर्मचारियों के पेशन फ़ंड जैसे कई सुपरएन्युएशन फ़ंड्स को बढ़ाने की उम्मीद में अदानी की कंपनियों में लगाया गया था। सुपरएन्युएशन फ़ंड्स एक तरह की पेंशन निधि होती है जिसमें व्यक्ति की कमाई का एक हिस्सा कंपनी इसमें जमा करती है। इस पैसे को बाजार में निवेश किया जाता है ताकि निधि में बढ़ोत्तरी हो सके और इसका फायदा पेंशन पाने वाले लोगों और कंपनी को मिल सके। आस्ट्रेलिया में करीब 243 अरब डॉलर की भविष्य निधि का पैसा अदाणी की दो कंपनियों में लगा है और कंपनियों के शेयर वैल्यू में हो रही लगातार गिरावट के चलते यह रकम अब मूल धन से भी कम रह गई है। स्वास्थ्य और कम्युनिटी सेवा में लगे कर्मचारियों से जुड़ा 70 अरब डॉलर का हेस्टा फ़ंड भी परेशानी से गुज़र रहा है। गौरतलब है कि पिछले महीने के आखिर में 24 जनवरी को अमेरिकी रिसर्च एजेंसी हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट जारी कर अदाणी समूह पर धोखाधड़ी और स्टॉक मैनिप्यूलेशन के आरोप लगाए हैं। ये रिपोर्ट आने के बाद अदाणी समूह के निवेशकों में खलबली मच गई और शेयरों में भारी गिरावट आई है। समूह को बैंकों से मिले कर्ज को लेकर भी चिंता जताई जा रही है। भारत में एलआईसी, एसबीआई जैसे सरकारी संस्थानों ने भी बड़ी रकम कर्ज के रूप में अदाणी समूह को व्यापार विस्तार के लिए दी हुई है। एलआईसी की बड़ी रकम अदाणी समूह में निवेश के बाद से देश में विपक्ष भी सरकार को घेर रहा है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद लगातार शेयरों में गिरावट के चलते 23 जनवरी तक दुनिया का दूसरा सबसे अमीर शख्स गौतम अदाणी अब दुनिया के 25 अमीर लोगों की सूची में भी शामिल नहीं है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद से अदाणी की कुल संपत्ति में क़रीब 75 अरब डॉलर की गिरावट आई है।
रिपोर्ट जारी होने से पहले अदाणी कंपनियों का कुल बाजार मूल्य क़रीब 20 ट्रिलियन था जो अब घटकर 7.6 ट्रिलियन रह गया है।