आयुष्मान योजना में गड़बड़ियों में काशीपुर के अस्पताल अव्वल
– 2019 से लेकर अब तक 32 अस्पतालों को आयुष्मान योजना की सूचीबद्धता से किया गया बाहर, 20 करोड़ रूपए से ज्यादा ठगे इन अस्पतालों ने
PEN POINT, DEHRADUN : इन दिनों देहरादून के विकासनगर स्थित कालिंदी अस्पताल की ओर से आयुष्मान योजना के तहत फर्जी क्लेम से जुड़ी खबरें चर्चाओं में है। फर्जी क्लेम कर लाखों रूपए डकारने के आरोप में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से कालिंदी अस्पताल को आयुष्मान योजना से बाहर करने के साथ ही इस अस्पताल पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही अस्पताल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज भी कर दिया गया है। लेकिन, यह पहली बार नहीं हुआ है जब राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई का डंडा चला है जिन्होंने फर्जी बिल के जरिए आयुष्मान योजना के तहत घपले की कोशिश की है। पिछले पांच सालों में ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से अनियमितता पाए जाने पर करीब 32 अस्पतालों को आयुष्मान योजना से बाहर किया गया है। हैरानी की बात यह है कि आयुष्मान योजना में गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों में से आधे से ज्यादा ऊधम सिंह नगर जनपद के अस्पताल में है जिनमें से 11 अस्पताल अकेले काशीपुर के हैं। इन अस्पतालों ने फर्जी मरीज, फर्जी बिल दिखाकर आयुष्मान योजना के तहत 20 करोड़ रूपए की रकम डकारी थी। हालांकि, इसमें ज्यादातर रकम की राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की वसूली कर चुका है।
प्रदेश में करीब 50 लाख से अधिक लोगों के लिए जारी आयुष्मान कार्ड के जरिए प्रदेश भर के 228 अस्पतालों में निशुल्क उपचार की सुविधा है। इन उपचार पर आए खर्च का वहन राज्य स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जाता है। लेकिन, कई अस्पतालों ने इस योजना को अवैध कमाई का जरिया भी बना दिया है। पिछले पांच सालों में ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से करीब 32 ऐसे अस्पतालों को आयुष्मान योजना से बाहर कर दिया गया जिनकी ओर से या तो मरीजों के फर्जी बिल क्लेम किए गए थे या फिर जिन सुविधाओं का दावा किया था वह सुविधाएं अस्पताल में उपलब्ध ही नहीं थी। साथ ही साथ कई ऐसे अस्पताल भी इस योजना से बाहर किए गए जिनकी ओर से ऐसे विशेषज्ञ डॉक्टरों को अपने अस्पताल में तैनात बताया गया जिन डॉक्टरों ने उक्त अस्पताल में कभी ज्वाइन ही नहीं किया। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर व नैनीताल जनपदों के अस्पतालों में कई तरह की अनियमितताएं पाई जिसके बाद उन्हें इस योजना से बाहर किया गया। अकेले काशीपुर शहर के ही 11 स्वास्थ्य केंद्रों को आयुष्मान योजना में फर्जी क्लेम, फर्जी दावों के चलते स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से बाहर किया गया तो दो अस्पताल जसपुर, एक रूद्रपुर के इन पांच सालों में योजना से बाहर किए गए। वहीं हरिद्वार जनपद के पांच और देहरादून जनपद के 8 अस्पतालों ने आयुष्मान योजना में फर्जीवाड़ा किया जिसके बाद उन्हें योजना के इनपैनल से बाहर किया गया। साथ ही राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से इन अस्पतालों में जितनी रकम फर्जी तरीके से क्लेम के जरिए ली गई उसकी वसूली प्राधिकरण की ओर से की गई। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण की ओर से करीब 20 करोड़ रूपए की रकम वसूली गई, यह वह रकम थी जो इन अस्पतालों ने फर्जी तरीके क्लेम कर पाई थी।