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बागेश्‍वर : अंजली के सुसाईड नोट से सामने आई व्‍यथा, कोतवाल लाइन हाजिर

PENPOINT BAGESHWAR : बीते गुरूवार की शाम कपकोट के जोशीगांव के एक घर में मां समेत तीन बच्‍चों के शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। गांव में यह घर कुछ दूर होने की वजह से कई दिनों तक इन मौतों के बारे में किसी को पता नहीं चल सका। लेकिन शवों के सड़ जाने और बंद पड़े मकान से दुर्गंध निकलने की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्‍जे में लिया। शुरुआती पड़ताल में ही पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला जिसे मृतका अंजली ने लिखा था। सातवीं की छात्रा अंजली ने 12 पेज लंबे इस नोट में अपने परिवार की व्‍यथा लिखी है। जिसमें उसने घर में राशन ना होने के साथ पिता के कर्ज को लेकर परेशान किये जाने, घर में बार बार पुलिस के आने और मदद मांगने पर पुलिस की ओर से कोई सहयोग न किये जाने की बात भी बताई है। जिस पर पुलिस अधीक्षक हिमांशु कुमार वर्मा ने कार्रवाई करते हुए कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया है।

गौरतलब है कि जोशीगांव निवासी गोविंद सिंह बिष्ट का मकान गांव के अन्य मकानों से हटकर था। दो साल पहले यह मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया था। गोविंद सिंह के परिवार ने यह मकान छोड़ दिया था। करीब दो साल से इस मकान में भूपाल राम परिवार सहित रहने लगा था। गांव के अन्य मकानों से करीब सौ मीटर की दूरी पर होने से इस मकान की ओर गांव के लोगों की आवाजाही कम थी। गुरूवार को कुछ ग्रामीण इस घर के करीब जा रहे थे, तो उनको दुर्गन्ध महसूस हुई। लिहाजा इसकी बात बड़ी तेजी से गाँव में होने लगी, जिसके बाद गाँव के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे। घर के दोनों दरवाजे भीतर से बंद थे। कमरों से बदबू आ रही थी। इसके बाद लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी और जब पुलिस घटना स्थल पर पहुंची, तो सबके होश फाख्ता हो गए, घर से तीन बच्चों समेत चार शव बरामद हुए। जिनकी पुष्टि नीमा देवी (40) पत्‍नी भूपाल राम, पुत्री अंजलि (14), पुत्र कृष्णा (8), पुत्र भाष्कर (5-6 माह) के रूप में हुई। सीओ अंकित कंडारी ने बताया कि शवों पर कहीं किसी तरह की चोट के निशान नहीं मिले हैं। लाशें कई दिन पुरानी होने की आशंका लग रही है। वही परिवार का मुखिया भूपाल राम कई महीने से लापता बताया जा रहा है।

पुलिस के अनुसार भूपाल राम के खिलाफ बागेश्वर कोतवाली में धोखाधड़ी का केस दर्ज था। गिरफ्तारी के डर से वह घर से फरार रहता था। यह भी मालूम हुआ है कि पुलिस से बचकर कभी-कभार घर में उसका आना-जाना होता था। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी। पुलिस के अनुसार भूपाल राम धोखेबाज किस्म का व्यक्ति है।

घटना को लेकर एसपी बागेश्‍वर ने बताया कि यह बेहद संवेदनशील मामला है, और सातवीं में पढ़ने वाली अंजलि ने अपने नजरिए से सुसाइड नोट में काफी कुछ लिखा है। उन्‍होंने बताया कि पुलिस की ओर से लापरवाही की बात सामने आने पर कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके अलावा मामले की विभिन्‍न पहलुओं से जांच की जा रही है।

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