Congress Plenary Session: आज से रायपुर में कांग्रेस महाधिवेशन, गठजोड़ पर बनेगी रणनीति !
रायपुर : कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के विवादित बयान के बाद उनकी गिरफ्तारी और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से अंतरिम जमानत मिलने की घटना की पृष्ठभूमि में कांग्रेस का महाधिवेशन (Congress Plenary Session) आज से रायपुर में शुरू हो गया। कांग्रेस के इस महाधिवेशन में पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहने वाले हैं। कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन के लिए मंच सज चुका है। ये महाधिवेशन कांग्रेस के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इसमें 2024 के आम चुनाव सहित राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तय करने का काम किया जाने वाला है. कांग्रेस का तीन दिवसीय महाधिवेशन रविवार को खत्म होगा. कांग्रेस का प्राथमिक लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक स्पष्ट रोडमैप तैयार करना और भाजपा को टक्कर देने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गठजोड़ करना होगा. इस महाधिवेशन में कांग्रेस के लगभग 15,000 प्रतिनिधियों के हिस्सा लेने की उम्मीद है. कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन से जुड़े प्रमुख 10 प्वाइंट ये हैं:
कांग्रेस के 3 दिनों के महाधिवेशन के दौरान बड़े फैसले लिए जाने की उम्मीद है. इसमें 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक रोडमैप तैयार होने की संभावना है।
भाजपा से मुकाबला करने के लिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ चुनावी गठजोड़ करने की रणनीति को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है।
इस महाधिवेशन में कांग्रेस के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे, जो मुख्य रूप से मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता का समर्थन करेंगे और उनके नेतृत्व वाली नई कार्यसमिति का रास्ता साफ करेंगे।
भारत जोड़ो यात्रा की पृष्ठभूमि में होने वाले इस सत्र में लगभग 15,000 पार्टी प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस पार्टी ने सफल बताया है।
तीन दिनों के महाधिवेशन के पहले दिन संचालन समिति सुबह 10 बजे बैठक करेगी. ये संचालन समिति उस कार्यसमिति की भूमिका निभा रही है जिसे भंग कर दिया गया है. संचालन समिति इसका फैसला करेगी कि कांग्रेस में निर्णय लेने वाली सबसे बड़ी संस्था के चुनाव कराए जाएं या नहीं।