करोड़ों भारतीयों की निजी जानकारी लीक
– कोविन पोर्टल में दर्ज किए गए डाटा में लगी सेंध, टेलीग्राम पर लीक हो गई लोगों की निजी जानकारी
– केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव की पत्नी और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष की भी निजी जानकारी लीक
PEN POINT, DEHRADUN : कोरोना से बचने के लिए जब टीकाकरण करवाने को जो निजी जानकारी कोविन पोर्टल पर भरी गई थी वह लीक हो गई। केंद्र सरकार के कोविन पोर्टल में सेंध मारकर करोड़ों लोगों की निजी जानकारी लीक कर दी गई है। कई वरिष्ठ नेताओं, पत्रकारों, अभिनेताओं की निजी जानकारी कोविन बेव पोर्टल से लीककर टेलीग्राम पर वायरल हो रही है। इस का शिकार उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष और भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव की पत्नी ऋतु भूषण खंडूडी भी हुई हैं। भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में जांच की बात कही है।
कोरोना महामारी से बचाने के लिए केंद्र सरकार ने जब कोविड वेक्सिनेशन शुरू किया था तो लोगों से निजी जानकारी मांगी गई थी जिसे कोविन बेव पोर्टल पर भरना अनिवार्य था। जिसके आधार पर टीकाकरण का स्लॉट उपलब्ध होता था। इसमें नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, आवासीय पता, आधार नंबर समेत अन्य जरूरी निजी जानकारी भरनी अनिवार्य थी। सोमवार सुबह तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने एक ट्वीट कर बताया कि टेलीग्राम पर कोविन का डाटा लीक कर कई लोगों की निजी जानकारी वायरल की जा रही है। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम से लेकर जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल समेत विपक्ष के कई नेताओं की निजी जानकारियां लीक गई हैं। कोविन से डेटा में सेंध लगाकर हैकर्स ने यह जानकारी टेलीग्राम के जरिए वायरल कर दी। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की पत्नी और उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी की निजी जानकारी भी कोविन पोर्टल से सेंध लगाकर टेलीग्राम पर वायरल की गई। कई अन्य प्रसिद्ध पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की निजी जानकारियां भी वायरल हो रही है। टेलीग्राम पर ट्रूकॉलर बाट में मोबाइल नंबर डालते ही यह जानकारी खुल रही है। इससे पहले 2021 में भी कोविन पोर्टल ने 15 करोड़ लोगों के डाटा लीक होने की बात सामने आई थी जिसका तब केंद्र सरकार ने खंडन किया था। लेकिन, सोमवार सुबह साकेत गोखले के ट्वीट के बाद जब फिर से कोविन पोर्टल से डेटा लीक होने की बात सामने आई तो सरकार ने अपनी तरफ से इस मामले में जांच करने की बात कही।