खनन माफ़ियाओं के खिलाफ़ DFO ने लिया सख्त एक्शन, वन कर्मियों को भी चेतावनी
PENPOINT, RAMNAGAR : यूएस नगर और नैनीताल जिलों में अवैध खनन का कारोबार ज़ोरों पर चल रहा है। लाख दावों के बाद भी वन विभाग की कार्यवाही का इन अवैध खनन कारोबारियों पर कोई असर नहीं हो रहा था। लगातार मीडिया में ख़बरें और जनता के बीच से शिकायतें मिलने के बाद इसे रोकने के लिए तराई पश्चिमी वन विभाग रामनगर डीएफओ ने इलाके का भ्रमण किया और अवैध खनन पर अंकुश लगाने के लिए ताबड़तोड़ कार्रवाई करनी शुरू कर दी। लगातार हो रही किरकिरी के चलते हुई इस कार्रवाई से खनन माफ़ियाओं की परेशानियां कुछ हद तक बढ़ गयी हैं।
बता दें कि कोसी नदी के आसपास लंबे समय से खनन माफ़ियाओं का कब्ज़ा देखा गया है। ये माफिया रात-दिन खनन के अवैध कारोबार को बेख़ौफ़ किये जा रहे थे। खनन माफ़ियाओं ने गुलज़ारपुर ,जुड़का और अन्य क्षेत्रों के पास वन विभाग की जमीने जेसीबी मशीनों से खोद कर छलनी कर डाली।
इस परिवंधित क्षेत्र में खनन करने का एक तरफ राज्य सरकार को राजस्व का नुक्सान हो रहा था तो वहीं आसपास के क्षेत्रों में जल स्तर की परेशानी कड़ी होने लगी है। इस मामले में भारत ने एक सर्वे के लिए केंद्र से टीमों का गठन कर चुकी है। अपने निजी स्वार्थों के चलते खनन माफ़िया स्थानीय लोगों की इस बड़ी समस्या को लगातार बढ़ाने का काम कर रहे थे। इस पर फिलहाल इस कार्रवाई से कमी देखने को मिल रही है। जान शिकायतों के दबाव का असर यहाँ पर साफ़ देखा जा सकता है।
इस पूरे मामले पर डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने कहा कि अब इस क्षेत्र में अवैध खनन पर अंकुश लगा कर जंगलों को फिर से हरा-भरा करने के लिए विभाग ने काम शुरू कर दिया है। उन्होंने अपने मातहतों को इस बावत सख़्त हिदायत देदी है। साथ ही शिकायत मिलाने पर सबंधित जिम्मेदार के खिलाफ सख़्त कार्यवाही के निर्देश दे दिए हैं। उनका कहना है कि सख्त कदम उठाते हुए कोसी नदी के आसपास अवैध खनन में संलिप्त लोगों के विरुद्ध मुक़दमा पंजीकृत करने की तैयारी कर ली गई है।