खुलासा: मोदी सरकार कर रही देश के नागरिकों की जासूसी
-इजराइल से जासूसी उपकरण खरीदकर देश के नागरिकों की जासूसी का मोदी सरकार पर आरोप, टेलीकॉम कंपनियों के जरिए हो रही जासूसी
PEN POINT, DEHRADUN : नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार देश के नागरिकों की जासूसी कर रही है। अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोदी सरकार इजराइल से शक्तिशाली निगरानी उपकरण खरीदकर देश की डेढ़ अरब आबादी की जासूसी कर रही है। मोदी सरकार पर इजराइल से कॉग्नाइट और सेप्टियर जैसी टेक कंपनियों से जासूसी उपकरण खरीदने का आरोप लगा है। आरोप है कि देश में सेवाएं दे रही रिलायंस जियो समेत अन्य टेलीकॉम कंपनियों के जरिए केंद्र सरकार आम लोगों की जासूसी कर रही है।
अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक इजराइली कपंनियों से खरीदे गए शक्तिशाली निगरानी उपकरणों को समुद्र के नीचे केबल लैंडिंग स्टेशनों के तौर पर स्थापित किया गया है, इसके जरिए देश्ज्ञ की सुरक्षा एजेंसियों को देश की 1.4 अरब नागरिकों के निजी डेटा और उनके कम्युनिकेशन पर निगरानी रखने की अनुमति देता है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अपने देश के नागरिकों की निजता पर निगरानी के लिए इजराइल स्थित सेप्टियर कंपनी ने अपनी कथित तौर पर अपनी जासूसी तकनीकि रिलायंस जियो जैसे दूरसंचार समूहों को बेची है और इन कंपनियों के जरिए सरकार देश के नागरिकों के निजी डेटा की निगरानी कर रही है साथ ही लोगों की बातचीत भी सुन रही है। इजराइल की सेप्टियर तकनीकि कंपनी की माने तो वह आवाज, मैसेज, बेव सर्फिंग और ईमेल को पहचान कर निजता भंग कर सकती है।
दूसरी ओर, एक अन्य इजरायली कंपनी कॉग्नाइट भी भारत में जासूसी व निगरानी उत्पाद उपलब्ध करवा रही है। इस कंपनी को लेकर साल 2021 में मेटा कंपनी ने आरोप लगाया था कि कॉग्नाइट उन कई कंपनियों में से एक थी जिनकी सेवाओं का इस्तेमाल कई देशों में पत्रकारों और राजनेताओं को ट्रैक करने के लिए किया जा रहा था। इसके बाद भारत में निजता के मामले और जासूसी प्रकरण पर खूब हल्ला मचा था।
पेगासस कांड
2019 और 2021 में, विपक्षी दल के नेताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि मोदी सरकार इजराइली कंपनी के पेगासस स्पाईवेयर का उपयोग कर उनकी जासूसी कर रही है। इसे लेकर खूब हंगामा मचा था। आरोप था कि केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और विपक्ष के नेताओं के फोन में पेगासस स्पाईवेयर के जरिए केंद्र सरकार जासूसी कर रही है जिसमें इनके फोन कॉल सुनने से लेकर संदेश पढ़ने के भी आरोप लगे थे। इस जासूसी कांड को लेकर वाशिंगटन पोस्ट अखबार ने एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की थी कि इजराइली कंपनी का यह जासूसी साफ्टवेयर एक लिंक के जरिए मोबाइल फोन को हैक करता है और ईमेल, कॉल और टेक्स्ट संदेशों को गुप्त रूप से रिकॉर्ड करता है।